चीन और ताइवान के बीच लगातार तनातनी चल रही है। शुक्रवार और शनिवार सुबह को चीन की सेना ने ताइवान की सीमा में घुसपैठ की कोशिश की। हालांकि ताइवान की सेना ने भी इसका जवाब दिया। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को बयान जारी कर बताया कि चीन की नौसेना के सात युद्धक जहाज पांच से छह मार्च को सुबह करीब छह बजे ताइवान की सीमा के करीब देखे गए। साथ ही एक विमान भी ताइवान की सीमा के नजदीक देखा गया।
चीन और ताइवान के बीच एक अनौपचारिक सीमा
ताइवान के रक्षा मंत्रालय का दावा है कि चीन का विमान पूर्वी वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में घुसा। इसके जवाब में उसने चीन की गतिविधि की निगरानी के लिए विमान, नौसैनिक जहाजों और वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों को तैनात किया। बता दें चीन और ताइवान के बीच यह जल संधि एक अनौपचारिक सीमा है।
ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (MND) ने बताया कि आज सुबह छह बजे ताइवान में एक चीनी सैन्य विमान और सात नौसैनिक जहाजों के घुसने का पता चला था। इतना ही नहीं चीनी विमान वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) के पूर्वी हिस्से में दाखिल हुए थे। इसके बाद ताइवान के बलों ने स्थिति पर नजर रखी और गतिविधियों के जवाब में सीएपी विमान, नौसेना के जहाजों और तटीय मिसाइलों प्रणालियों को तैनात किया।
कितनी बार घुसपैठ की कोशिश कर चुकी है चीनी सैना?
अप्रैल में अभी तक ताइवान में 40 बार चीनी सैन्य विमानों और 27 बार नौसैनिक जहाजों का पता लगाया है। रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 2020 से चीन ने ताइवान के आसपास सक्रिय सैन्य विमानों और नौसैनिक जहाजों की संख्या में धीरे-धीरे वृद्धि करके ग्रे जोन रणनीति के अपने उपयोग को बढ़ा दिया है। गौरतलब है चीन, ताइवान को अपना हिस्सा मानता है, जबकि ताइवान खुद को संप्रभु राष्ट्र मानता है। चीन के दबान के कारण सिर्फ 10 से अधिक देशों ने ताइवान को एक अलग देश के रूप में मान्यता दी हुई है।