भगवान और भगत के बीच भक्ति का ही एकमात्र नाता होता है। नौ प्रकार के भक्ति की चर्चा नवधा भक्ति के प्रसंग में वर्णित है। इसमें से कोई भी एक भक्ति पथ को पकड़ कर के मनुष्य अपना जीवन सँवार सकता है। भगवान और सत्कर्मों में जिसकी जितनी श्रद्धा होती है, उतना ही हमारा कल्याण भी होता है।
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उक्त बातें लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी, दयालबाग में चल रही नौ दिवसीय श्रीराम कथा की पूर्णाहुति सत्र में पूज्य प्रेमभूषण महाराज ने व्यासपीठ से कहीं। इस कथा के आयोजक उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने व्यास पीठ पर उपस्थित भगवान का पूजन किया और भगवान की आरती की।
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उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर, एमएलसी विनीत सिंह, विधायक सुभाष त्रिपाठी सहित कई मंत्री और विशिष्ट अतिथि कथा में उपस्थित रहे। पूर्णाहुति स्तर की कथा का श्रवण करने के लिय बड़ी संख्या में विशिष्ट जन उपस्थित रहे।
पूज्यश्री के सुमधुर कंठ से निकले दर्जनों भजनों से हजारों की संख्या में उपस्थित श्रोतागण झूम कर नृत्य करने के लिए बाध्य हो गए। कथा के पश्चात परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह द्वारा आयोजित विशाल भंडारे में हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।