उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक रिटायर्ड दरोगा और उसके ग्रुप की दबंगई से परेशान होकर एक व्यक्ति ने एसएसपी ऑफिस में ज़हर खा कर अपनी जान दे दी। इससे पुलिस विभाग में भी हड़कप मच गया। इस शख्स का नाम हरि प्रसाद मीणा है जोकि थाना सुभाष नगर के वीडीए कालोनी करगैना का निवासी है। अब पुलिस अधिकारी मामले की जांच कर सख्त कार्रवाई का भरोसा दे रहे हैं।
उक्त व्यक्ति का आरोप था कि उसने 2 वर्ष पूर्व फर्नीचर की दुकान के लिए अशोक कुमार (रिटायर्ड दरोगा) और राजीव सक्सेना निवासी वीडीए कालोनी सुभाष नगर से 1.50 लाख के करीब रुपये उधर लिए थे। उसने 4 लाख रुपये इस उधारी में ब्याज के चुका दिए थे। मगर ब्याज खोर राजीव सक्सेना और अशोक कुमार ने जबरदस्ती उसका मकान अपने नाम लिखवा लिया था। यही नहीं, आये दिन उसको और उसके परिवार को घर से निकलने की धमकी देते और मकान खाली न करने पर पूरे परिवार को जानसे मारने की धमकी देते, जिसकी वजह से पीड़ित हरि प्रसाद मीणा डिप्रेशन में था।
वह संबंधित थाने में अधिकारियों के चक्कर काट काट कर भी परेशान था। पुलिस विभाग आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं था। इस कारण हरि प्रसाद मीणा बहुत परेशान होकर एसएसपी ऑफिस में पहुंचा और उसने ज़हर खा लिया। सूचना मिलने पर एसएसपी ऑफिस में अधिकारियों के होश उड़ गए। आनन फानन में पीड़ित की तलाशी ली गई. जिसमें एक सुसाइड नोट और पैकेट बन्द जहरीला पदार्थ मिला। पुलिस ने पीड़ित को तत्काल हिरासत में लेकर पूछताछ की और उसको इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गए। हालत बिगडने पर उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसने देर रात दम तोड़ दिया।
पीड़ित की तहरीर के आधार पर थाना सुभाष नगर में 28-08-19 को ही पुलिस ने 481/2019 एंव 384/506 – 10(1) उत्तरप्रदेश सहकारी अधिनियम 1976 बनाम अशोक कुमार सक्सेना एंव राजीव कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु के बाद पुलिस ने धाराओं में वृद्धि करते हुए 306 बढ़ाई और दोनों आरोपी रिटायर्ड दरोगा अशोक कुमार सक्सेना एंव राजीव सक्सेना को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है मरने से पहले हरी प्रसाद ने मामले से संबंधित कोई तहरीर पुलिस को नहीं दी।