लखनऊ विश्वविद्यालय के 65वें दीक्षांत समारोह के तत्वावधान में व्यावहारिक अर्थशास्त्र विभाग द्वारा आज दोपहर करीब 12 बजे विभाग में विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों के लिए वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। डिबेट का विषय था ‘क्या भारत 2027 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकता है?’
कुल दस प्रतिभागियों ने वाद-विवाद में भाग लिया। वाद-विवाद करने वालों में अनन्या दीक्षित, दुर्गेश सिंह, ऐश्वर्या अवस्थी, संजना प्रकाश, आलोक कुमार गुप्ता, अखिलेश श्रीवास्तव, विदिशा मिश्रा, मेघा तिवारी, खुशबू साहू और मोहिनी थीं। डॉ. ज्योत्सना सिंह, भौतिकी विभाग और डॉ. सुनीता श्रीवास्तव, वाणिज्य विभाग जूरी सदस्य थीं।
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अनन्या दीक्षित, संजना प्रकाश, विदिशा मिश्रा और मेघा तिवारी को वाद-विवाद प्रतियोगिता का विजेता घोषित किया गया। विजेताओं को प्रोफेसर आर के माहेश्वरी, डीन, वाणिज्य संकाय और प्रोफेसर रचना मुजू, विभागाध्यक्ष, व्यावहारिक अर्थशास्त्र विभाग द्वारा सम्मानित किया गया। इस मौके पर विभाग के सभी शिक्षण सदस्य भी मौजूद रहे।