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बीजिंग: चीन ने बच्चों का अपहरण कर उन्हें 30-30 हजार रुपये में बेचने वाली एक महिला को मौत की सजा सुनाए जाने के बाद उसे फांसी पर लटका दिया गया। सूचना के अनुसार करीब एक दशक में 17 बच्चों का अपहरण और उनकी तस्करी करने की दोषी चीनी महिला को शुक्रवार को दक्षिण-पश्चिम गुइझोउ प्रांत के गुइयांग में फांसी दी गई। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने यह जानकारी दी।
समाचार एजेंसी के मुताबिक यू हुआयिंग (62) पर 1993 से 2003 के बीच गुइझोऊ, चोंगकिंग और युन्नान सहित कई क्षेत्रों में बच्चों की तस्करी के लिए अन्य लोगों के साथ साजिश रचने का आरोप लगाया गया था। शिन्हुआ के मुताबिक उच्चतम जनवादी अदालत द्वारा मौत की सजा को मंजूरी दिए जाने के बाद गुइझोउ प्रांत के गुइयांग इंटरमीडिएट पीपुल्स कोर्ट ने मौत की सजा की प्रक्रिया पूरी की।
अक्टूबर 2024 में महिला को पाया गया था दोषी
गुइयांग की अदालत ने 25 अक्टूबर 2024 को दोषी महिला को मौत की सजा सुनाई। अदालत ने उसकी निजी संपत्ति जब्त करने और आजीवन उसके राजनीतिक अधिकारों से वंचित करने का भी आदेश दिया था। यू को 2022 में यांग निउहुआ की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया था। निउहुआ को यू ने गुइझोऊ से उठाया था और 1995 में हेबई में 2,500 युआन (करीब 30 हजार भारतीय रुपये) में बेच दिया था। चीन वर्षों से संगठित गिरोहों द्वारा बच्चों के अपहरण की समस्या से जूझ रहा है, जो उन्हें भीख मांगने और आपराधिक गतिविधियों के लिए निःसंतान दंपतियों को बेच देते हैं।