- Published by- @MrAnshulGaurav
- Tuesday, May 31, 2022
लखनऊ। अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ ने बाल्मीकि चौक सदर बाज़ार कैंट से मुख्यमंत्री आवास तक पैदल मार्च करने के बाद मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर संविदा पर कार्य कर रहे सफाई कर्मचारियों को नियमित किये जाने, ठेका प्रथा व्यवस्था समाप्त किये जाने, और समान कार्य का समान वेतन दिये जाने की मांग की है।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार राणा के नेतृत्व में सैकड़ों सफाई कर्मियों ने नारे लिखी तख्तियों और बैनर के साथ मुख्यमंत्री आवास पहुँच कर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन की प्रतिलिपि नगर विकास मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक लखनऊ को भी भेजी गयी है।
ज्ञापन में कहा गया है कि वर्तमान समय में पूरे प्रदेश में कार्यदायी संस्थाओं के माध्यम से और संविदा पर सफाई का कार्य कराया जा रहा है। कार्यदायी संस्थाओं के माध्यम से नियुक्त सफाई कर्मचारियों को समय पर वेतन का भुगतान न करके लगातार शोषण किया जा रहा है। इसके अलावा ईपीएफ और ईएसआई का भुगतान भी नहीं किया जा रहा है। कार्यदायी संस्थाएं मनमाने ढंग से कर्मचारियों को कार्यमुक्त करके उनका आर्थिक और मानसिक शोषण कर रही हैं।
प्रदेश अध्यक्ष राणा का कहना है कि इस सम्बंध में अनेकों बार पत्राचार किया जा चुका है किन्तु अभी तक कोई भी जवाब प्राप्त नहीं हो सका है। संघ ने मांग की है कि कार्यदायी संस्थाओं के माध्यम से नियुक्त सफाई कर्मचारियों को नियमित किये जाने के अलावा ठेका प्रथा व्यवस्था समाप्त किया जाए और समान कार्य का समान वेतन दिये जाने का आदेश पारित किया जाए, जिससे समाज के अंतिम पायदान पर खड़े होने वाले कर्मचारी वर्ग स्वंय को सामाजिक और आर्थिक रूप से सुरक्षित महसूस कर सकें और अपने परिजनों तथा बच्चों का भरण पोषण, शिक्षा दीक्षा कर सकने में सक्षम हो सकें।
पैदल मार्च करने के बाद ज्ञापन देने वालों में संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष घनश्याम बाल्मीकी, प्रदेश महासचिव आशीष कुमार कंचन, प्रान्तीय विधि सलाहकार के के आनंद, कानपुर जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष रिया चौहान, सेक्टर अध्यक्ष मनीष कुमार, मण्डल अध्यक्ष संजय चौधरी आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।
रिपोर्ट-दयाशंकर चौधरी