भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ब्रिटेन के दौरे पर हैं। यहां मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में भारतीय समुदाय और व्यापार क्षेत्र से जुड़े लोगों से बातचीत के दौरान जयशंकर ने भारत-ब्रिटेन के रिश्ते, क्रिकेट हस्तियों और इतिहास को लेकर अपने विचार रखे। जयशंकर ने दोनों देशों के रिश्तों को जटिल तो बताया, हालांकि मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर आशा भी जताई।
क्रिकेट खिलाड़ियों पर की बात
उन्होंने कहा, मुझे यह जानकार काफी खुशी हुई कि ओल्ड ट्रैफर्ड क्रिकेट ग्राउंड का नाम जेम्स एंडरसन के नाम पर रखा गया है। वह एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनका नाम मैंने कभी उस सवाल के जवाब में दिया था, जब मुझसे पांच पसंदीदा क्रिकेटरों के नाम बताने को कहा गया था। क्योंकि जो इतने लंबे समय तक जो खिलाड़ी बोझ उठा सकता है, मैं उसे पहचान सकता हूं। भारत में हम इस जगह (ओल्ड ट्रैफर्ड) को सचिन तेंदुलकर के पहले शतक के लिए जानते हैं। मैं स्टुअर्ट ब्रॉड और भारत के हालिया मैचों की बात नहीं करुंगा, यहां कई सारी यादें हैं। मैं हमेशा खेल और कूटनीति के कनेक्शन से मुग्ध रहा हूं। मुझे लगता है कि इनमें अनुशासन है। इसमें बुद्धिमानी है। इसमें रचनात्मकता है, जो कि दोनों पेशों में अलग नहीं है।
दोनों देशों के कूटनीतिक इतिहास पर भी की चर्चा
भारतीय समुदाय से दोनों देशों के रिश्तों पर बात करते हुए जयशंकर ने कहा, “भारत और ब्रिटेन का रिश्ता इतिहास में गहराई से जुड़ा है। यह इतिहास काफी जटिल रहा है। आप सब ह जानते हैं। मुझे लगता है कि हमें रिश्तों में अच्छे पक्षों को पकड़ना चाहिए। यहां संभावना देखें। जब हम दुनिया की दिशा देखते हैं, तब मुझे लगता है कि हमारे लिए इन रिश्तों को बढ़ाने की जरूरत और ज्यादा है। इसे मजबूत करने की जरूरत है, न कि कमजोर करने की। इसका एक इशारा यह है कि हम दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को पूरा करने के लिए तेजी से कोशिशें कर रहे हैं। मैं आज सावधानी से सकारात्मक हूं। मैं सार्वजनिक तौर पर हर चीज के लिए सावधान हूं।