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बांग्लादेश और ब्राज़ील ने राजस्थान की बेटी को डॉक्टरेट की उपाधि से किया सम्मानित; 400 उपाधियों की भी हैं धारक

झारखंड। इंटरनेशनल फोरम ऑफ पीस अकैडमी और वर्ल्ड पीस फेडरेशन, बांग्लादेश की ओर से, दिनांक 12 फरवरी 2022 को अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल प्रोग्राम में राजस्थान के रावतभाटा की रुपा व्यास को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है। यह उपाधि उनके शैक्षणिक, साहित्यिक, सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यों मे अतुलनीय अनवरत योगदान के लिए दी गयी है। यह राजस्थान ही नहीं, बल्कि रावतभाटा सहित भारत के लिए विशेष सम्मान की बात है।

रुपा व्यास

गौरतलब है कि रूपा व्यास को उपराष्ट्रपति से सम्मान भी मिल चुका है। इसके अलावा, राजस्थान साहित्य अकादमी, दलित साहित्य अकादमी दिल्ली, सावित्री बाई फुले सम्मान (बेंगलुरु), इंडियन बेस्टीज अवॉर्ड, जयपुर (राजस्थान), सुभद्रा कुमारी सम्मान (प्रयागराज), ग्लोबल एजुकेटर अवॉर्ड (हरियाणा), ग्लोबल लिटरेसी अवॉर्ड (दिल्ली), नारी रत्न सम्मान, सुपर वूमेन अवॉर्ड से भी एक साहित्यकार और शिक्षिका के रूप में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है।

रूपा व्यास बदलाव मंच राष्ट्रीय अन्तरराष्ट्रीय साहित्यिक सामाजिक संगठन की अध्यक्षा, कवयित्री, लेखिका, शिक्षिका, न्यूज़ एंकर, मोटिवेशनल स्पीकर, गायिका और समाज सेविका भी है। इतना ही नहीं, रुपा ‘रजस्थान गौरव’ सम्मान भी प्राप्त कर चुकी हैं। साथ ही, 400 से अधिक उपाधियों से भी सम्मानित हो चुकी हैं। उनकी इस उपलब्धियों पर बदलाव मंच राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संस्थापक सह मार्गदर्शक डॉ. दीपक क्रांति समेत,बदलाव मंच ट्रस्ट अध्यक्ष रूपक क्रांति, रूपेश क्रांति, प्रकाश मधुबन, अर्चना फौजदार, गीता पांडेय, जितेंद्र पांडेय और उनकी माँ मिथलेश व्यास और पिता महेश व्यास के साथ पूर्वी शर्मा, दीपा व्यास, जितेंद्र शर्मा, बदलाव मंच विद्यालय परिवार और रावतभाटा वासियों समेत सभी शुभचिंतकों ने हर्ष व्यक्त किया है।

Report- Anshul Gaurav

 

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