- Published by- @MrAnshulGaurav
- Tuesday, June 21, 2022
दो सौ से अधिक देशों में योग दिवस पर व्यापक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया.भारत की इस धरोहर को दुनिया सहज रूप में स्वीकार कर रही है. इस स्थित में भारत की जिम्मेदारी बहुत बढ़ गई है. इस गौरव पर राष्ट्रीय सहमति दिखनी चाहिए. लेकिन आठ वर्षों के अनुभव निराशाजनक है. ऐसे में भाजपा इस जिम्मेदारी का पूरी निष्ठा से निर्वाह कर रही है. प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी बेंगलुरु के सार्वजनिक समारोह में सहभागी हुए.
इधर उत्तर प्रदेश में योग की धूम रही. राजभवन के समारोह में राज्यपाल आनन्दी बेन और मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ ने योग किया. भाजपा द्वारा प्रदेश में पचहत्तर हजार
शक्ति केंद्र स्तर पर योग दिवस के कार्यक्रम आयोजित किए गए। गौतम बुद्धनगर में राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा तथा लखनऊ के गोसाईगंज में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह जी ने योगासन कार्यक्रम में सहभागिता की. जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल से पूरी दुनिया अब योग से लाभान्वित हो रही है।
योग न केवल शारीरिक रूप से मजबूत बनाता है, बल्कि मानसिक शक्ति भी प्रदान करता है। योग निरोगी काया एवं स्वस्थ शरीर का प्रतीक है,योग के माध्यम से हम अपने शरीर को स्वस्थ और सुंदर बना सकते हैं। पूरा विश्व माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की पहल पर योग से लाभान्वित हो रहा है। स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि योग को धर्म से जोड़कर नहीं देखना चाहिए. इसे जीवन जीने की कला के रूप में इसे अपनाना चाहिए। योगासन करने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है,बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक रहता है।
योग प्राचीन भारतीय मनीषियों द्वारा मानवजाति को दिया गया अमूल्य उपहार है। जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वैश्विक पहचान दिलाई है। योग सही तरह से जीने का विज्ञान है। उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने प्रयागराज में संगम किनारे आयोजित कार्यक्रम में योगाभ्यास किया. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य लखनऊ के रेजिडेंसी में योग समारोह में सम्मलित हुए. इस अवसर पर केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति भी उपस्थित थी.
(ये लेखक के निजि विचार हैं….!!)