महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह, विनेश फोगाट को मंथरा बताते हुए पहलवानों पर जमकर बरसे।
बृजभूषण ने जंतर-मंतर पर 23 अप्रैल से चल रहे प्रदर्शन पर तंज कसते हुए कहा कि पहली बार हजारों पहलवान थे। इस बार तीन पति, तीन पत्नी, सातवां कोई नहीं है।
बृजभूषण ने कहा, ‘जैसे मंथरा ने और कैकेई ने कुछ रोल प्ले किया था, वैसे ही विनेश फोगाट मेरे लिए मंथरा बनकर आई हैं। ये मेरे लिए मंथरा बनकर आई हैं। पहली बार हजारों पहलवान थे। इस बार तीन पति, तीन पत्नी, सातवां कोई नहीं। लेकिन जैसे आज हम मंथरा को धन्यवाद देते हैं, कैकेई को धन्यवाद देते हैं उसी तरह कुछ दिन के बाद हम विनेश फोगाट को भी धन्यवाद देंगे जब इसका पूरा का पूरा परिणाम आ जाएगा।’
बता दें कि पहलवानों की शिकायत पर बृजभूषण सिंह के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज हुए थे। इधर, बृजभूषण और पहलवानों के बीच लगातार जुबानी जंग चल रही है। इस बीच एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में भी बृजभूषण ने पहलवानों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश के असली खिलाड़ी स्टेडियम में प्रैक्टिस कर रहे हैं .
जो जंतर-मंतर पर बैठे हैं, उनका खेल खत्म हो चुका है। उन्होंने दावा किया कि इनमें से कोई खिलाड़ी ट्रायल में शामिल नहीं होगा। कहा कि ये अब आगे नहीं खेलेंगे, चुनाव लड़ेंगे। बृजभूषण ने सवाल उठाया कि यदि कुश्ती संघ में इस तरह की घटनाएं हो रही थीं तो इन खिलाड़ियों ने पहले शिकायत क्यों नहीं की। किसी के पास कोई सबूत क्यों नहीं है।
महाराणा प्रताप की जयंती पर आयोजित समारोह में हिस्सा लेने यूपी के मऊ पहुंचे बृजभूषण शरण सिंह ने एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि जो मुकदमा है वह बैड टच एंड गुड टच का है।
ये छुआछूत का मुकदमा है। सही छुआ या गलत छुआ। छुआछूत का रोग लेकर देवियां (महिला पहलवान) आ गई हैं। पहलवानों के आरोपों को निराधार बताते हुए सवाल उठाया कि वास्तव में आज तक कोई पहलवान यह नहीं बता सका कि क्या हुआ, कब हुआ, कहां हुआ, और कैसे हुआ?
उधर, बृजभूषण सिंह 5 जून को अयोध्या में रैली के जरिए अपनी ताकत दिखाने की तैयारी कर रहे हैं। इस रैली में भारी भीड़ जुटने के दावे किए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि रैली में देश भर से साधु-संत भी जुटेंगे। रैली में झूठे आरोप लगाकर बदनाम करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए वर्तमान कानून में संशोधन जैसे विषयों पर चर्चा होगी। बृजभूषण समर्थक इसे गैर राजनीतिक रैली बता रहे हैं।