दिल्ली के जंतर मंतर पर महिला और पुरुष पहलवानों की ओर से जारी धरना प्रदर्शन के बीच भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह (Brijbhushan Sharan Singh) का एक और बयान सामने आया है।
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पहलवानों की ओर से लगाए गए आरोपों पर उन्होंने कहा कि अगर उनके खिलाफ एक भी आरोप साबित होता है तो वह खुद को फांसी लगा लेंगे। जानकारी के मुताबिक, भारत के शीर्ष पहलवान बजरंग पुनिया, विनेश फोगट, साक्षी मलिक समेत कई प्रमुख पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं। पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
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अपने वीडियो बयान में Brijbhushan Singh ने कहा कि मेरे खिलाफ एक भी आरोप साबित हुआ तो मैं फांसी लगा लूंगा। मामला दिल्ली पुलिस के पास है, इसलिए मैं इस मामले पर ज्यादा विस्तार से बात नहीं कर पाऊंगा। मैं पहले दिन से यह कह रहा हूं कि अगर पहलवानों के पास मेरे खिलाफ कोई वीडियो है, कोई सबूत है, तो उसे दें। आप कुश्ती से जुड़े किसी भी व्यक्ति से पूछिए.. क्या बृजभूषण रावण है?”
उन्होंने इस बात पर भी नाखुशी जाहिर की कि चल रही जांच के बावजूद डब्ल्यूएफआई ने अपनी गतिविधियां फिर से शुरू कर दी हैं। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद दिल्ली पुलिस 28 अप्रैल को सात महिला पहलवानों (एक नाबालिग सहित) की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करने के लिए सहमत हुई थी। पहलवानों ने इसे न्याय की लड़ाई में अपनी पहली जीत करार दिया था।
डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने कहा कि इन पहलवानों (जो विरोध कर रहे हैं) को छोड़कर किसी से भी पूछिए कि क्या मैंने कुछ गलत किया है। मैंने अपने जीवन के 11 साल कुश्ती और इस देश को दिए हैं। बता दें कि पहलवानों का आरोप है कि Brijbhushan Sharan Singh (बृजभूषण शरण सिंह) पर लगे आरोपों की जांच के लिए बनी कमेटी की रिपोर्ट जारी करने में सरकार की ओर से देरी की गई है। पहलवान भी चाहते हैं कि डब्ल्यूएफआई प्रमुख से उनका पोर्टफोलियो छीन लिया जाए।