कांग्रेस ने जहां 22 जनवरी को अयोध्या मे राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से दूरी बना ली है। शहडोल नगर पालिका अध्यक्ष और कांग्रेस के कद्दावर नेता जोर-शोर से शहडोल में उस दिन आयोजित समारोह को भव्य बनाने की तैयारी में जुटे हैं। कांग्रेस नेता और शहडोल नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल की राम भक्ति का यह अंदाज राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।
नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल इस मामले में भाजपा के कार्यक्रम को फॉलो कर रहे हैं। खुद ही शहर के विभिन्न मंदिरों में जाकर सफाई में जुटे हैं। शहर के मोहनराम मंदिर में जिला प्रशासन और भाजपा विधायक के साथ मिलकर उन्होंने तालाब के घाट पर श्रमदान किया। झाड़ू लगाई और लोगों से मंदिरों की सफाई करने की अपील भी की। कांग्रेस नेता घनश्याम जायसवाल शहर में घूम-घूमकर जनता से अपील कर रहे हैं कि 22 जनवरी को अयोध्या में श्री प्रभु राम की प्राण-प्रतिष्ठा हो रही है। उस दिन हम सभी अपने शहर में इस शुभ अवसर को दीपवली की तरह उत्सव के रूप मे मनाएं। अपने घरों में दीप प्रज्ज्वलित कर भगवान श्रीराम के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को सफल बनाएं।
मंदिर को करवा रहे सुसज्जित
नगर पालिका अध्यक्ष जायसवाल शहर के सभी मंदिरों को सजाने का काम अपनी निगरानी में करवा रहे हैं। खास तौर पर राम मंदिरों को सजाया जा रहा है। इसके लिए नगर पालिका की पूरी टीम के साथ सभी पार्षदों को भी शामिल किया गया है। सभी एक साथ मिलकर समारोह की तैयारी में जुटे हैं।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय
कांग्रेस के कद्दावर नेता घनश्याम जयसवाल का यह निराला अंदाज राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। कांग्रेस की गाइडलाइन से हटकर 22 जनवरी के उत्सव की तैयारी में जुटे घनश्याम जायसवाल की सक्रियता को लेकर सवाल उठ रहे हैं। वह कांग्रेसी होते हुए भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील और भाजपा के कार्यक्रमों को गंभीरता से ले रहे हैं।