स्वाइन-फ्लू की बीमारी से बचाव में हर्बल चाय फायदेमंद हो सकती है. अच्छी बात ये है कि इस चाय को आप अपने किचन में भी आसानी से तैयार कर सकते हैं. छत्तीसगढ़ के शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज रायपुर के पंचकर्म विशेषज्ञ डॉ. हरीन्द्र मोहन शुक्ल के अनुसार यह हर्बल चाय लौंग, इलायची, सोंठ, हल्दी, दालचीनी, गिलौय, तुलसी, कालीमिर्च और पिप्पली को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बनाकर तैयार की जा सकती है.
सेहत भी बहुत अच्छी रहती है। पाचन तंत्र भी बहुत मजबूत रहता है। शरीर पूरी तरह भीतर से साफ रहता है। भरपूर ऊर्जा बनी रहती है। तनाव दूर रहता है और सर्दी-जुकाम पास नहीं आता। नींद अच्छी आती है और चाय की तरह हर्बल चाय के सेवन से कैफीन की लत भी नहीं लगती।
हर्बल चाय बनाने के लिए हमेशा ताजे पानी का यूज़ करें। आप ग्लास, कास्ट आयरन या स्टेनलेस स्टील के बर्तन में हर्बल चाय बना सकते हैं। अलग-अलग तरह की हर्बल पत्तियों से अधिकतम लाभ हासिल करने के लिए गर्म पानी की मात्र, तापमान और समय सीमा का ध्यान रखना जरूरी है।
उदाहरण के लिए कैमोलाइल चाय बनाते समय तेज गर्म पानी को गैस से उतार कर कुछ सेकेंड के लिए रखें। फिर उसमें चाय डाल कर पांच मिनट के लिए ढक कर रख दें, इससे चाय में मौजूद असेंशियल ऑयल उसमें बने रहेंगे और रंग व फ्लेवर भी अच्छा आएगा। बाद में छान कर पी लें।