लखनऊ। राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने सांस्कृतिक केन्द्र की गतिविधियों को विशेष रूप से विद्यार्थियों से जोड़ने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि केन्द्र अपने कार्यक्रमों के प्रशिक्षण और गतिविधियों में विद्यार्थियों को प्राथमिकता दे। जिन विद्यार्थियों को केन्द्र प्रशिक्षण दे, उन्हीं विद्यार्थियों को अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से जोड़कर उनकी कलात्मक योग्यता को बढ़ावा भी दे।
आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में राजभवन स्थित प्रज्ञाकक्ष में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, प्रयागराज की शाषी निकाय की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में बारह मुद्दों पर अनुमोदन हेतु विवरण प्रस्तुत किए गए तथा आगामी विषयों पर चर्चा की गई। राज्यपाल ने कहा कि केन्द्र अपने कार्यक्रमों के लिए पूर्व से स्थापित प्रसिद्ध प्रेक्षागृहों की अपेक्षा सीमावर्ती क्षेत्रों, जनजाति बहुल क्षेत्रों, ग्रामीण क्षेत्रों के स्थलों पर अधिसंख्य आयोजनों को प्राथमिकता दे।
ऐसी नाट्य-प्रस्तुतियाँ की जाएं, जिनके कथानक सामाजिक समस्याओं से जुड़े, जागरूकता का प्रसार करने वाले तथा प्रेरक हों। उन्होंने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में लोक कलाओं और स्थानीय कलाकारों के सम्वर्द्धन को प्राथमिकता देने पर भी जोर दिया। बैठक में प्रमुख सचिव राज्यपाल कल्पना अवस्थी सहित अन्य अधिकारी सम्मलित हुए।