स्वदेश निर्मित MPATGM (मैन पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल) का रविवार को अहमदनगर रेंज से दूसरी बार सफल उड़ान परीक्षण किया गया। सेना के एक आधिकारिक बयान में इसके बारे में जानकारी दी गयी कि 15 और 16 सितंबर को दो मिसाइलों का सफलतापूर्वक विभिन्न रेंजों के लिए परीक्षण किया गया, जिनमें अधिकतम सीमा क्षमता शामिल है।
MPATGM : फ्रांस निर्मित मिसाइलों का स्थान लेंगी..
देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने डीआरडीओ की टीम, भारतीय सेना और संबंधित उद्योग जगत को मैन पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल की इस दोहरी सफलता की शुभकामनायें दी। बता दें कि ये दुनिया की सबसे अच्छी मिसाइलो में शामिल है और सफल परीक्षण के बाद इसे फ्रांस निर्मित अब तक उपयोग किए जा रहे मिसाइलों के स्थान पर लाया जायेगा।
The indigenously developed Man Portable Anti-Tank Guided Missile (MPATGM) was successfully tested for a second time at Ahmednagar range in Maharashtra todat
Smt @nsitharaman congratulates @DRDO_India , India Army @adgpi & the industry for this achievement.#MakeInIndia4Defence pic.twitter.com/Ek5Ka7gvFm
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) September 16, 2018
वहीं, इसके आने के बाद सोवियत रूस के दौर से इस्तेमाल हो रही मिसाइलों के स्थान पर भी उपयोग किया जाएगा। इससे मेक इन इंडिया की मुहिम को भी काफी बल मिलने की बात कही जा रही है। इसे अभी आधिकारिक नाम दिया जाना बाकी है।