लखनऊ। प्रदेश में अधिक से अधिक लोगों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना व मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत पांच लाख रूपये तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराने पर सरकार का पूरा जोर है। इसी को ध्यान में रखते हुए 26 जुलाई से 10 अगस्त तक पूरे प्रदेश में विशेष अभियान के तहत आयुष्मान पखवाड़ा मनाया गया। इसमें खासकर उन पात्र लाभार्थी परिवारों पर विशेष ध्यान दिया गया जिनके किसी भी सदस्य का आयुष्मान कार्ड (गोल्डन कार्ड) नहीं बना है।
इस पखवाड़े में प्रदेश में करीब 1.95 लाख परिवारों को कवर करते हुए करीब 5.45 लाख गोल्डन कार्ड बनाये गए। इस अभियान में 10 जिलों की उपलब्धि सराहनीय रही, जिन्होंने कुल बने कार्ड का 32 फीसद योगदान दिया । बिजनौर ने 9687 परिवारों के 27598 कार्ड बनाकर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है।
- प्रदेश में 15 दिनों में बने 5.45 लाख कार्ड, 10 जिलों का रहा 32 फीसद योगदान
- बिजनौर ने सर्वाधिक 27598 कार्ड बनाकर प्रदेश में रहा पहले स्थान पर
स्टेट एजेंसी फॉर कम्प्रेहेंसिव हेल्थ एंड इंटिग्रेटेड सर्विसेज (साचीस) के संयुक्त निदेशक डॉ. राजेन्द्र कुमार का कहना है कि जीरो गोल्डन कार्ड विलेज ड्राइव के तहत चलाये गए पखवारे (26 जुलाई-10 अगस्त) में मुख्य ध्यान शून्य गोल्डन कार्ड वाले परिवार पर रहा। इसके तहत 1,95,197 परिवारों को कवर किया गया और 5,45,852 गोल्डन कार्ड बनाए गए । इस अभियान में प्रतिदिन कवर किए जाने वाले परिवारों की औसत संख्या 12,199 रही और प्रतिदिन बनाए गए गोल्डन कार्डों की औसत संख्या 34,111 रही। बिजनौर जनपद 9687 परिवारों और 27598 गोल्डन कार्ड के साथ शीर्ष रैंक वाला जिला रहा । शीर्ष 10 जिलों ने बनाए गए कुल 5,45,852 गोल्डन कार्डों के मुकाबले 32 फीसद (1,73,571) गोल्डन कार्ड बनाये।
पखवारे के तहत 7464 परिवारों के 19013 गोल्डन कार्ड बनाकर प्रयागराज (इलाहबाद) दूसरे, 6813 परिवारों के 18753 कार्ड बनाकर प्रतापगढ़ तीसरे स्थान पर रहा । अलीगढ़ 6261 परिवारों के 17089 कार्ड बनाकर चौथे, फतेहपुर 6141 परिवारों के 17039 कार्ड बनाकर पांचवें, अयोध्या (फ़ैजाबाद) 5349 परिवारों के 16407 कार्ड बनाकर छठे, सहारनपुर 5274 परिवारों के 15791 कार्ड बनाकर सातवें, सीतापुर 5183 परिवारों के 14599 कार्ड बनकार आठवें, शाहजहांपुर 5200 परिवारों के 13655 कार्ड बनाकर नौवें और महराजगंज 5030 परिवारों के 13627कार्ड बनाकर दसवें स्थान पर रहे।
क्या है योजना : आयुष्मान भारत योजना देश में कमजोर वर्ग के लोगों को मुफ्त में सालाना पांच लाख रूपये तक की बीमा कवरेज मुहैया कराती है । यह दुनिया की सबसे बड़ी और पूरी तरह से सरकारी खर्च पर चलने वाली स्वास्थ्य बीमा योजना है। इसमें 1000 से ज्यादा कैंसर और दिल की बीमारी जैसी कई गंभीर बीमारियों के लिए प्रदेश के करीब 2900 सूचीबद्ध सरकारी और निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध है। जिस पात्र लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड है वह छोटी से लेकर बड़ी बीमारियों तक का इलाज अस्पताल में भर्ती होकर करवा सकते हैं।
बीमारी की स्थिति में सभी मेडिकल जांच, ऑपरेशन, इलाज व दवा का खर्च इसके तहत कवर होता है। अगर कोई व्यक्ति कार्ड बनने से पहले से बीमार है तो भी उसका इलाज इस योजना के अंतर्गत होगा। इन बीमारियों में मैटरनल हेल्थ और सी-सेक्शन या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, कैंसर, टीवी, कीमोथेरपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, दांतों की सर्जरी, आंखों की सर्जरी, एमआरआई, सीटी स्कैन, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, डायबीटीज, कोरोनरी बायपास, घुटना प्रत्यारोपण, स्टंट डालना, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारी आदि शामिल हैं। इसके साथ ही अस्पताल में एडमिट होने से पहले व बाद के खर्च भी इस हेल्थ बीमा में कवर किए जा रहे हैं।
रिपोर्ट-वीरेंद्र त्रिपाठी