नई दिल्ली: मंगलवार को संसद में वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने भारत और अमेरिका के बीच नए व्यापारिक संबंध बनाने की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका एक नए व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि इस समझौते में बाजार तक पहुंच को बढ़ाना, आयात शुल्क, अन्य गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करना और आपूर्ति श्रृंखला को बेहतर बनाना शामिल है।
व्यापार संबंधों को मजबूत करने पर फोकस
मंत्री प्रसाद ने बताया कि अभी तक अमेरिका ने भारत पर कोई भी टैरिफ (कस्टम शुल्क) नहीं लगाया है और दोनों देश आपसी व्यापार संबंधों को बढ़ाने के लिए बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अमेरिका ने फरवरी में एक ज्ञापन जारी किया था, जिसमें यह कहा गया था कि यदि किसी देश द्वारा असमान व्यापार समझौते अपनाए जाते हैं, जिससे अमेरिका को नुकसान होता है, तो अमेरिका उस देश के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है।
भारत के प्रमुख निर्यात उत्पाद और शुल्क
इसके अलावा, मंत्री ने बताया कि 2023 के अनुसार भारत की औसत शुल्क दर 17 प्रतिशत है, जिसमें कृषि उत्पादों पर औसत शुल्क 39 प्रतिशत और औद्योगिक उत्पादों पर 13.5 प्रतिशत है। केंद्रीय बजट 2025-26 के बाद औद्योगिक शुल्क घटकर 10.66 प्रतिशत हो गया है। जहां अब बात अगर भारत के प्रमुख निर्यात उत्पादों की करें तो इसमें मोती, पेट्रोलियम उत्पाद, दूरसंचार उपकरण, सोने के आभूषण, लोहा-इस्पात, सूती वस्त्र और इलेक्ट्रॉनिक घटक शामिल हैं।