देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला का निधन हो गया है. 26-27 अप्रैल की मध्य रात्री में उन्होंने अंतिम सांस ली. कोरोना संक्रमण होने के बाद उन्हें इलाज के लिए छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के रामकृष्ण केयर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह 70 वर्ष की थीं.
पूर्व सांसद और कांग्रेस नेत्री करुणा शुक्ला के निधन पर सीएम भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव समेत राज्य और देश के अन्य नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है. बता दें कि 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट नहीं मिलने के कारण ऐन वक्त पर उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था. तब से वह कांग्रेस में ही थीं.
सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर लिखा है कि मेरी करुणा चाची यानी करुणा शुक्ला जी नहीं रहीं. निष्ठुर कोरोना ने उन्हें भी लील लिया. राजनीति से इतर उनसे बहुत आत्मीय पारिवारिक रिश्ते रहे और उनका सतत आशीर्वाद मुझे मिलता रहा. ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें और हम सबको उनका विछोह सहने की शक्ति.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस ने करुणा शुक्ला को पूर्व सीएम रमन सिंह के खिलाफ राजनांदगांव से चुनावी मैदान में उतारा था. इस चुनाव में भले ही उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन पूर्व सीएम को उन्होंने कड़ा मुकाबला दिया. भाजपा से करीब तीस साल तक जुड़े रहने के बाद वे 2014 में कांग्रेस में शामिल हो गई थीं. उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन वह हार गई. भाजपा नेता के तौर पर उन्होंने 2004 में जांजगीर से लोकसभा चुनाव जीता, लेकिन 2009 में वह कोरबा से हार गईं.