• हैदराबाद में 15 से 17 जून तक G20 कृषि मंत्रिस्तरीय बैठक
• कृषि कार्य समूह की बैठक में करीब 200 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया
• कृषि एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने HICC में लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन किया
हैदराबाद में गुरुवार से कृषि कार्य समूह (AWG) की मंत्रिस्तरीय बैठक की शुरुआत हुई। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में G20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और 10 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के 200 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में विभिन्न देशों के कृषि मंत्री और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के महानिदेशक शामिल हुए। बैठक के पहले दिन कृषि एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने हैदराबाद के नोवोटेल स्थित हैदराबाद अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर (HICC) में लगाई गई कृषि आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। यह प्रदर्शनी कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में भारत की उपलब्धियों को प्रदर्शित कर रही है।
इस मौके पर कैलाश चौधरी ने कहा कि उभरती आधुनिक प्रौद्योगिकियां किसानों की अत्यधिक मदद करेंगी। उन्होंने कहा कि ड्रोन जैसी उन्नत प्रौद्योगिकियां किसानों को अधिक उपज देने में मदद करेंगी। उन्होंने विशेष रूप से लोगों के बीच नई तकनीकों के बारे में जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता पर बल दिया। उद्घाटन के बाद कृषि प्रतिनिधि बैठक (ADM) आयोजित की गई। पहला दिन विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों के रूप में व्यावहारिक चर्चाओं से भरा रहा।
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कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के सचिव मनोज आहूजा एवं G20 सदस्य देशों के कृषि प्रतिनिधियों ने कृषि संबंधित प्रमुख मुद्दों पर विचार विमर्श किया। तीसरे कृषि प्रतिनिधि बैठक में G20 के प्रतिनिधियों ने खाद्य सुरक्षा, बाजरा, जलवायु-स्मार्ट कृषि, डिजिटल परिवर्तन और परिणाम दस्तावेज तैयार करने जैसी प्रमुख प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस दौरान G20 सदस्य देशों के कृषि प्रतिनिधि मनुष्य, पृथ्वी व लाभ के लिए कृषि व्यवसाय का प्रबंधन व कृषि में डिजिटल प्रौद्योगिकी शक्तियों का उपयोग जैसे प्रमुख विषयों पर चर्चा की।
दूसरे दिन खाद्य सुरक्षा और पोषण के लिए सतत कृषि” पर चर्चा
बैठक के दूसरे दिन केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर G20 बैठक में भाग लेने वाले मंत्रियों और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों का गर्मजोशी से स्वागत करेंगे। दूसरे दिन के एजेंडे में “खाद्य सुरक्षा और पोषण के लिए सतत कृषि” पर चर्चा और महिलाओं के नेतृत्व वाली कृषि, टिकाऊ जैव विविधता और जलवायु समाधान पर उच्च स्तरीय मंत्रिस्तरीय चर्चा शामिल है। इन समानांतर सत्रों का उद्देश्य वैश्विक कृषि को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों पर संवाद और सहयोग को बढ़ावा देना है।
कृषि कार्य समूह की बैठक के अंतिम दिन प्रतिनिधिमंडल हैदराबाद में आईसीएआर-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिलेट्स रिसर्च (IIMR) के तकनीकी भ्रमण पर निकलेगा। यह यात्रा प्रतिनिधियों को बाजरे की खेती और प्रसंस्करण में अत्याधुनिक अनुसंधान और नवाचार देखने का अवसर प्रदान करेगी। यह बैठक 15 जून से लेकर 17 जून तक आयोजित होगी। G-20 कृषि कार्यकारी समूह की पहली बैठक से इंदौर में हुई थी। जबकि चंडीगढ़ में कृषि कार्य समूह के कृषि प्रतिनिधियों की दूसरी बैठक आयोजित हुई।
कृषि के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा भारत-तोमर
पहले सत्र की समाप्ति के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत कृषि के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा खाद्य उत्पादक देश है। तोमर ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में भारत दूसरे देशों के लिए भी आगे बढ़कर कार्य कर रहा है। भारत आज कृषि के क्षेत्र में दुनिया के साथ काम कर रहा है और सिखाने का काम कर रहा है। कृषि मंत्री ने कहा कि हम सब जानते हैं कि जलवायु परिवर्तन सभी के लिए चुनौती है। इसलिए इससे कैसे निपटे और कैसे साझा रणनीति बनें इसके लिए इस बैठक में सभी महत्वपूर्ण प्रतिनिधियों के साथ चर्चा होगी।