प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को 2025 तक क्षय रोग मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तय समय सीमा से पहले ही भारत यह लक्ष्य हासिल कर सकता है। इसके दृष्टिगत केंद्र व राज्य सरकार अनेक कार्य योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है। फिट इंडिया,सुपोषण अभियान आदि भी इसी के अनुरूप है। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल भी इस अभियान की सफलता हेतु पहले से शिक्षण व सामाजिक संस्थाओं को जागरूक कर रही है। उनकी प्रेरणा से अनेक संस्थाए क्षय रोग पीड़ित बच्चों को गोद ले रही है।
आनन्दी बेन की प्रेरणा से ही इन बच्चों को समय पर दवा देने के साथ ही सुपोषण की भी व्यवस्था की जा रही है। विश्वविद्यालयों व कॉलेजों को भी राज्यपाल इस कार्य में सहयोग के लिए प्रेरित करती है। अनेक संस्थाएं इसमें सराहनीय योगदान कर रही है। इसके साथ ही जन प्रतिनिधि व सरकारी अधिकारी व कर्मचारी भी इसमें सहयोग दे रहे है। आनन्दी बेन इसके प्रति सतत संवाद भी करती रही है।
निवारक संस्था बैठक
उत्तर प्रदेश क्षय रोग निवारक संस्था की वार्षिक सामान्य बैठक राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज राजभवन के गांधी सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में राज्यपाल ने उपस्थित सदस्यों को सम्बोधित करते हुये कहा कि क्षय रोग निवारण अभियान की सफलता जनजाग्रति एवं सामाजिक सहभागिता से ही सम्भव है। अतः सभी प्रतिनिधि कैलेण्डर बनाकर प्रत्येक जिले में जागरूकता कार्यक्रम चलाये तथा अधिक से अधिक क्षय रोग ग्रसित बच्चों को गोद लें। उन्होंने कहा कि जो बच्चे स्वस्थ हो चुके है, उनके स्थान पर दूसरे बीमार बच्चे लिये जा सकते है।
राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त की कि जनपदों में जिलाधिकारी,सीडीओ, पुलिस अधीक्षक आदि स्तर के अधिकारी क्षय रोग ग्रसित बच्चों को गोद ले रहे हैं। इस कार्य में विश्वविद्यालयों, स्वयं सेवी संस्थाओं व समाज सेवियों का सहयोग मिल रहा है। इसे जनांदोलन के रूप में चलाना चाहिये।
कॉलेजों की भूमिका
राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में लगभग पचास हजार से अधिक कालेज हैं। यदि हर कालेज एक गांव गोद ले तो यह कार्य प्रत्येक गांव तक पहुंच जायेगा। राज्यपाल ने कहा कि तहसील स्तर पर ग्राम प्रधानों का सम्मेलन कराकर उन्हें भी इस अभियान से जोड़ने पर हमें आशातीत सफलता मिलेेगी।
राज्यपाल ने सदस्यों से अपील की कि वे क्षयरोग ग्रसित बच्चों के घर जाकर उन्हें फल मिठाई,गुड़,चना, मूंगफली,सत्तू आदि दें तथा बच्चे एवं उनके परिवार से संवाद स्थापित करें। इससे आत्मीयता की भावना को बल मिलता है।
समाज की सजगता
उन्होंने कहा कि यदि प्रबुद्ध वर्ग, समाज सेवी, चिकित्साविद्, राजनैतिज्ञ,शिक्षाविद् एवं निजी क्षेत्र सभी अपने राष्ट्र के प्रति उत्तरदायित्व समझेंगे तो वह दिन दूर नहीं जब हमारा प्रदेश व देश क्षय रोग मुक्त हो जायेगा। इस अवसर पर राज्यपाल सहित समस्त सदस्यों ने वर्तमान कमेटी के समाप्त हुये कार्यकाल को ध्वनिमत से आगे के लिये अनुमोदित कर दिया। बैठक में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल महेश कुमार गुप्ता तथा उत्तर प्रदेश क्षय रोग निवारक संस्था के सदस्य मौजूद रहे।