पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने देश में अर्थव्यवस्था की हालत बेहद चिंताजनक बताया है. रविवार को उन्होंने बोला कि नरेन्द्र मोदी सरकार का हर स्तर पर कुप्रबंधन इसके लिए जिम्मेदार है. नोटबंदी व GST जैसे फैसलों की वजह से हमारी अर्थव्यवस्था को जो नुकसान हुआ, हम उससे ही नहीं उबर पाए हैं.
मनमोहनने बोला कि पिछली तिमाही में विकास दर का 5% होना, यह बताता है कि अर्थव्यवस्था में स्लोडाउन चल रहा है. हिंदुस्तान में तेज गति से विकास करने की क्षमता है. हमारा देश लगातार अर्थव्यवस्था के स्लोडाउन का जोखिम नहीं उठा सकता. इसलिए, मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि वह बदले की पॉलिटिक्स को छोड़े व इस संकट से बाहर निकालने के लिए ठोस कदम उठाए.
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ घटकर 0.6%
सिंह ने बोला कि यह बात परेशान करने वाली है कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ घटकर 0.6% रह गई. हमारी अर्थव्यवस्था कुछ लोगों की गलतियों से नहीं उबर पाई है.निवेशकों की भावनाएं उदासीन हैं. अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए यह खुशखबरी नहीं है.
30 अगस्त को आंकड़े जारी हुए थे
मोदी सरकार ने 30 अगस्त को जीडीपी के आंकड़े जारी किए थे. इनके मुताबिक, मौजूदा वित्त साल (2019-20) की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में जीडीपी की विकास दर (ग्रोथ रेट) घटकर 5% रह गई. यह 6 वर्ष (25 तिमाही) में सबसे कम है. इससे कम 4.3% जनवरी-मार्च 2013 में थी. अप्रैल-जून में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ में तेज गिरावट व कृषि सेक्टर में सुस्ती की वजह से जीडीपी ग्रोथ पर ज्यादा प्रभाव हुआ. जनवरी-मार्च में 3.1% थी. पिछले वर्ष अप्रैल-जून में 12.1% थी.