चंद्रयान-2 विक्रम लैंडर के चांद पर उतरने के 14 दिन पूरे हो चुके हैं। इसरो ने कहा कि चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर सही तरीके से काम कर रहा है और वैज्ञानिक सफलता पूर्वक प्रोजेक्ट को अंजाम दे रहे हैं। शनिवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के प्रमुख के. सिवन ने मीडिया से इस बारे में बात की।
इसरो प्रमुख के. सिवन ने बताया कि हम विक्रम लैंडर से संपर्क स्थापित करने में सफल नहीं हो पाए। लेकिन चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर बिल्कुल सही और अच्छा काम कर रहा है। इस ऑर्बिटर में कुल आठ उपकरण लगे हैं। हर उपकरण का अपना अलग-अलग काम निर्धारित है। ये सभी उस काम को बिल्कुल उसी तरह कर रहे हैं जैसा प्लान किया गया था।
इसके बाद इसरो प्रमुख ने जानकारी दी कि अब इसरो का प्राथमिकता आने वाला गगनयान मिशन है।
बता दें कि लैंडर का जीवनकाल चांद के एक दिन यानी धरती के 14 दिन के बराबर है। 7 सितंबर को तड़के ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ में असफल रहने पर चांद पर गिरे लैंडर का जीवनकाल शनिवार को खत्म हो गया क्योंकि 7 सितंबर से लेकर 21 सितंबर तक चांद का एक दिन पूरा होने के बाद शनिवार तड़के से चांद पर रात हो जाएगी। सिवन ने भी अब गगनयान को प्राथमिकता बताते हुए यह संकेत दे दिए हैं कि विक्रम से संपर्क की उम्मीदें टूट चुकी हैं।