कोरोना आपदा ने समाज को बहुत प्रभावित किया है। अनेक बच्चे अनाथ हुए है। केंद्र व उत्तर प्रदेश की सरकार इनके प्रति पूरी तरह संवेदनशील है। इसके दृष्टिगत अनेक योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुरू में ही इस ओर ध्यान दिया था। उन्होंने कहा था कि ऐसे बच्चे अपने को अकेला ना समझें। सरकार उनके साथ है। इन बच्चों के भरण पोषण शिक्षा की जिम्मेदारी सरकार ने संभाली है। राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल भी इस प्रकार के कार्यक्रमों में सहभागी होती रही है। उनका कहना है कि बच्चों को केवल भौतिक सहायता मिलना ही पर्याप्त नहीं है। सरकार अपना कार्य कर रही है। फिर भी समाज की ऐसे अनाथ बच्चों के प्रति संवेदनशील होना पड़ेगा।
आनन्दी बेन ने भारतीय चिंतन के अनुरूप वैचारिक अपील की है। उदार चरित्र भारतीय संस्कृति का सन्देश है। आनन्दी बेन ने इसका उल्लेख किया। कहा कि सकारात्मक भाव से बच्चों का पालन पोषण करना चाहिए। अभिभावकों को चाहिए कि बच्चों से संवाद बनाएं। उनसे घर में मित्रवत व्यवहार रखें ताकि उनके अंदर भी वसुधैव कुटुम्बकम की भावना जाग्रत हों। इसका देश व समाज को लाभ होगा। शांति सौहार्द व परस्पर सहयोग की भावना विकसित होगी।
उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। उनकी सही शिक्षा दीक्षा और संस्कार पूरे समाज का दायित्व हैै। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार की ओर से अनेक योजनाएं चल रही हैं। हम सबका प्रयास होना चाहिए हम बच्चों को संस्कारवान, चरित्रवान,देश प्रेम तथा सेवा-भाव से परिपूर्ण बनाये।
पीएम केयर फॉर चिल्ड्रेन योजना
आनन्दी बेन ने राजभवन में प्रधानमंत्री केयर फॉर चिल्ड्रेन योजना का शुभारम्भ किया। इसके अंतर्गत उन्होंने कोरोना महामारी के संक्रमण से अनाथ अठारह वर्ष से कम आयु के तेईस बच्चों को उपयोगी किट भेंट की। किट में जैकेट, वूलेन लोअर,टोपी, मोजा,पिट्ठू बैग, प्रेरणादायक कहानियों की किताबें,स्कूल बैग, पठन-पाठन सामग्री तथा फल की टोकरी बच्चों को उपलब्ध करायी। राज्यपाल ने टाटा मोटर्स की वैक्सीन एम्बुलेंस को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
उन्होंने बताया कि पीएम केयर फॉर चिल्ड्रेन योजना देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रारम्भ की गयी है। इसके तहत कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों के भविष्य को नया आयाम देने का कल्याणकारी कार्य किया जा रहा है। यह एक सकारात्मक कार्य है।
जिससे भावी पीढ़ी को संबल मिलेगा। इस योजना के तहत इन बच्चों को प्रतिमाह निश्चित धनराशि मिलेगी। जिसका उपयोग उनकी शिक्षा तथा अन्य जरूरतों में किया जायेगा।
समाज का दायित्व
आनन्दी बेन समाज के प्रति दायित्व के निर्वाह की भी प्रेरणा देती है। बच्चों के प्रति भी समाज को संवेदनशील होना चाहिए। उन्होने कहा कि
बच्चे देश का भविष्य हैं। उनकी सही शिक्षा दीक्षा और संस्कार पूरे समाज का दायित्व हैै। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार की ओर से अनेक योजनाएं चल रही हैं।
हम सबका प्रयास होना चाहिए हम बच्चों को संस्कारवान, चरित्रवान,देश प्रेम तथा सेवा भाव से परिपूर्ण बनाये। राज्यपाल ने सक्षम संस्थाओं तथा समर्थ नागरिकों को भी इस योजना से आच्छादित अनाथ बच्चों के लिए सहयोग करने का आहवाह्न किया। कहा कि प्रदेश में ऐसे बच्चों के लिए उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना तथा उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य पहले से चलायी जा रही है।
उत्तर प्रदेश बाल सेवा योजना के अन्तर्गत पांच सौ तीस बच्चों तथा उत्तर प्रदेश बाल सेवा योजना सामान्य के अंतर्गत एक सौ बारह लाभार्थी बच्चों की सहायता स्वीकृति की गयी है। उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास में संसाधनों की कमी न हो इसका केंद्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा ध्यान रखा गया है।