लखनऊ। कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में कानूनी लड़ाई में बरती गयी लापरवाही के बाद पार्टी में शुरू हुयी उठापटक के बीच हिन्दू समाज पार्टी के कई प्रमुख वरिष्ठ नेताओं ने सीबीआई जांच की मांग को लेकर न्यायालय में जाने का निर्णय लिया है। इस निर्णय को लेने वाले बड़े वर्ग की अगुवायी कर रहे और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गौरव वर्मा ने आज यहां जारी बयान में बताया कि इस निर्णय के साथ ही पार्टी वरिष्ठ अधिवक्ताओं के साथ सम्पर्क में है और कमलेश तिवारी की हत्या के बाद अब तक हुयी कानूनी काररवाई का अध्ययन किया जा रहा है, ताकि कमलेश तिवारी की हत्याकांड की सीबीआई जांच के लिये न्यायालय में याचिका दाखिल की जा सके।
उल्लेखनीय है कि हिन्दू समाज पार्टी प्रारम्भ से ही कमलेश तिवारी के हत्याकांड में अब तक हुयी काररवाई से संतुष्ट नहीं है और बराबर प्रदेश सरकार से सीबीआई जांच की मांग करती रही है। पार्टी की इस मांग पर अब तक कोई निर्णय न लिये जाने के कारण पार्टी ने कमलेश तिवारी हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर न्यायालय जाने का फैसला लिया है। उल्लेखनीय है कि बीते कुछ दिनों से हिन्दू समाज पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ कुछ वरिष्ठ पदाधिकारियों पर कमलेश तिवारी मामले में कानूनी लड़ाई के साथ कई अन्य मुद्दों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया था। इन लापरवाही के आरोपों को लेकर हिन्दू समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष किरण तिवारी के समक्ष कोषाध्यक्ष व अधिवक्ता सुशील बाजपेई के साथ हाथापाई तक मामला पहुच गया था।
पार्टी नेता गौरव वर्मा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में राष्ट्रीय अध्यक्ष किरण तिवारी सहित कानूनी मामले को देख रहे कोषाध्यक्ष सुशील बाजपेई व अन्य लोगों ने पार्टी के तमाम शीर्षस्थ नेताओं को अंधेरे में रखकर जो लापरवाही की है, उससे साफ जाहिर होता है कि कमलेश तिवारी की हत्या में पकड़े गये आरोपियों के साथ अभी भी तमाम ऐसे कई राज है, जो सामने आने बाकी रह गये है, जिसको सामने लाने के लिये सीबीआई जांच के अलावा पार्टी के समक्ष अब कोई विकल्प नहीं रह गया है।