लखनऊ। यूजीसी एचआरडीसी, लखनऊ विश्वविद्यालय के “कार्यक्रम का उद्घाट लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय और एम.जी. काशी विद्या पीठ, वाराणसी के कुलपति प्रो. टीएन सिंह के द्वारा संपन्न हुई। विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के लगभग 40 प्रतिभागी इस समारोह से ऑनलाइन जुड़े थे।
यूजीसी-एचआरडीसी के निदेशक प्रो ध्रुव सेन सिंह ने यूजीसी एचआरडीसी द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों की जानकारी दी और सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व के लिए प्रकृति के महत्व के बारे में भी चर्चा की।
मुख्य अतिथि प्रो टीएन सिंह ने एक शिक्षक के नैतिक चरित्र पर जोर दिया और कोरोना महामारी के दौरान लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। प्रो. टी एन सिंह ने गुरु दक्षता और समाज के उत्थान के लिए शिक्षक और संस्थान के चरित्र की महत्ता पर बात की।
प्रो. आलोक कुमार राय ने आज के परिदृश्य में UGC-HRDC की प्रासंगिकता के बारे में बताया। प्रो राय ने समाज और राष्ट्र में एक शिक्षक की भूमिका की जानकारी दी और कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता और शैक्षिक पर्यावरण का सुधार समाज में सुधार का परिचायक होता है। विज्ञान संकाय की डीन प्रो. तृप्ता त्रिवेदी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। विश्वविद्यालय के समस्त संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष व निदेशक इस अवसर पर उपस्थित थे।
प्रो. बीके शुक्ला, प्रो. राजीव माहेश्वरी, प्रो. अरविंद मोहन, प्रो. पूनम टंडन, प्रो. मनुका खन्ना, प्रो. मनोज कुमार अग्रवाल, प्रो. अनिल मिश्रा, डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव, प्रो. राजीव मनोहर, प्रो. एनके मेहरोत्रा, प्रो. अजय मिश्रा, प्रो. रामेश्वर बाली, डॉ. पुनीत मिश्रा, डॉ. अनित्य गौरव, संजय मेधावी, डॉ. नीरज जैन, प्रो. कमल कुमार, प्रो. उपमा चतुर्वेदी एजीडीसी के प्रधानाचार्य,रजिस्ट्रार डॉ. विनोद कुमार सिंह और वित्त अधिकारी संजय श्रीवास्तव इस अवसर पर उपस्थित थे।