अलीगढ़/लखनऊ (दया शंकर चौधरी)। उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य समाज के प्रत्येक व्यक्ति का विकास सुनिश्चित करना है। विशेष रूप से दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाना हमारी प्राथमिकता है। यह विचार पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप (Minister of State (Independent Charge) for Backward Classes Welfare and Empowerment of Divyangjans Narendra Kashyap) ने व्यक्त किए। नरेंद्र कश्यप सोमवार को कल्याण सिंह हैबिटेट सेंटर, अलीगढ़ (Kalyan Singh Habitat Center, Aligarh) में आयोजित तीन दिवसीय मंडल स्तरीय दिव्य कला एवं हस्तशिल्प महोत्सव 2025 (Divya Kala and Handicraft Festival 2025) का शुभारंभ कर रहे थे।
इस अवसर पर मंत्री कश्यप ने फीता काटकर महोत्सव एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण भी वितरित किए और उनकी कला व हुनर की सराहना की। महोत्सव में पूरे मंडल से आए दिव्यांग कारीगरों एवं शिल्पकारों ने अपनी उत्कृष्ट कलाकृतियों और हस्तशिल्प उत्पादों का प्रदर्शन किया।
दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकलांग को ‘दिव्यांगजन’ के रूप में पहचान दी है, क्योंकि हर दिव्यांग में एक विशेष प्रतिभा होती है। हमें बस उनकी क्षमताओं को पहचानकर उन्हें सही दिशा देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार दिव्यांगजनों के उत्थान और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए अनेक योजनाएं चला रही है। पहले दिव्यांगों को 300 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जाती थी, जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बढ़ाकर 1000 रुपये प्रति माह कर दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के 11 लाख से अधिक दिव्यांगजनों को इस योजना का लाभ मिल रहा है। दिव्यांग बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए प्रदेश में दो प्रमुख विश्वविद्यालय डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ और जगद्गुरु रामभद्राचार्य विश्वविद्यालय, चित्रकूट संचालित किए जा रहे हैं। इन संस्थानों में दिव्यांग विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्रदान की जा रही है, जिससे वे अपने भविष्य को संवार सकें।
दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री ने कहा कि दिव्यांगजनों को उनकी रुचि के अनुसार कौशल से जोड़कर उनकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति को मजबूत किया जा रहा है। सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि सरकार दिव्यांगजनों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है, और आगे भी उनकी बेहतरी के लिए कार्य जारी रहेगा।
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इस मौके पर प्रमुख सचिव सुभाष चंद्र शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार दिव्यांगजनों के लिए आवश्यक सुविधाओं और उनके सशक्तीकरण हेतु पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सरकार विभिन्न संस्थाओं और स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से समाज में जागरूकता लाने के उद्देश्य से मंडल स्तरीय कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। उन्होंने आजाद फाउंडेशन सोसाइटी की सचिव साजिया सिद्दीकी और उनकी टीम के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उनके सहयोग से दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा में लाने में मदद मिलेगी।
कार्यक्रम में दिव्यांगजनों द्वारा प्रस्तुत प्रार्थना गीत ‘इतनी शक्ति हमें देना दाता…’ ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर मंत्री ने समाजसेवा, कला, संगीत, खेल और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 05 दिव्यांगजनों को प्रशस्ति पत्र और सम्मान चिन्ह प्रदान किए गए। इसके अलावा, ओ-लेवल प्रमाणपत्र एवं शादी अनुदान के लाभार्थियों को भी प्रशस्ति पत्र और मैडल प्रदान किए गए।