नई दिल्ली। भारतीय रेलवे के लिए वित्तीय व्यवस्था करने वाली डेडिकेटेड यूनिट इंडियन रेलवे फाइनेंस कार्पोरेशन (आईआरएफसी) ने शुक्रवार को घरेलू बॉण्ड के माध्यम से 1,375 करोड़ रुपए जुटाए हैं ।6.80 प्रतिशत कूपन दर पर 20 साल की परिपक्वता अवधि के साथ यह फंड जुटाया गया है।
सीसीआईएल के शुक्रवार को बंद होने के आधार पर इस बॉण्ड को सरकारी प्रतिभूति के बैंचमार्क से लगभग 18 बेसिस पॉइंट्स कम पर जुटाया गया है। हाल के दौर में यह पहला उदाहरण है जब एक टॉप रेटेड कार्पोरेट बॉण्ड ने कम दर पर घरेलू बाजार में लंबी अवधि के लिए पैसा जुटाया है।
यह आईआरएफसी के प्रति देश में बड़े कर्ज निवेशकों द्वारा जताए गए आत्मविश्वास को दर्शाता है, जिसने आईपीओ के जारी होने और सरकारी हिस्सेदारी के कम होने के बाद लागत और जोखिम में बढ़ोतरी से संबंधित चिंताओं को भी दूर किया है। कंपनी ने एक स्टेटमेंट में कहा, ‘‘इस बॉण्ड निर्गम को निवेशकों की ओर से बहुत अच्छा रेस्पान्स मिला है, इनमें मुख्य रूप से भविष्य निधि सहित दीर्घकालिक/अल्ट्रा-लॉन्ग-टर्म निवेशक भी शामिल थे। बॉण्ड का बेस साइज 500 करोड़ रुपए था और यह 6 गुना सब्सक्राइब हुआ।’’
कंपनी ने आगे कहा, ‘‘चालू वित्त वर्ष के लिए रेल मंत्रालय द्वारा दिए गए उधारी लक्ष्य के आधार पर कंपनी ने 1,375 करोड़ रुपए की राशि को बरकरार रखने का फैसला किया है।