जम्मू-कश्मीर के डीजी (जेल) हेमंत कुमार लोहिया की हत्या के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। भले ही शुरुआती जांच में जेएंडके पुलिस इस वारदात को आतंकी घटना का हिस्सा नहीं मान रही है ।DG जेल हेमंत के लोहिया का शव जम्मू के उदयवाला में उनके दोस्त के घर पर मिला था. उनकी गला रेतकर हत्या की गई थी.
इसमें पाकिस्तानी आईएसआई और उसके गुर्गे आतंकी संगठनों के शामिल होने की बात को सिरे से खारिज नहीं किया जा सकता। डीजीपी स्तर के अधिकारी को जेड प्लस की सुरक्षा मिलती है, लेकिन लोहिया के पास एक गार्ड तक नहीं था।
इसी वजह से आतंकी संगठन, ओवर ग्राउंड वर्कर की मदद से टारगेट किलिंग जैसे नए तरीके इस्तेमाल में ला रहे हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस के पूर्व डीजीपी एसपी वैद ने कहा, ये संभव है।पुलिस के हाथ आरोपी यासिर की डायरी लगी है, जिससे साफ पता चलता है कि वह डिप्रेशन में था। यासिर की डायरी में हिंदी सैड सॉन्ग भी मिले हैं, जैसे कि भुला देना मुझे…। दूसरे पन्नों में दिल टूटने, जीवन और मृत्यु को लेकर बाते लिखी गई हैं। वह लिखता है, ‘मैं अपनी जिंदगी से नफरत करता हूं। जिंदगी तो बस तकलीफ देती है। सुख तो अब मौत ही देती है। मैं फिर से अपने जीवन की शुरुआत करना चाहता हूं।’
डीजी लोहिया की हत्या, आतंकी हमले का एक नया तरीका हो सकता है। वहीं इस मामले के तार आतंकी संगठन पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट से जोड़े जा रहे हैं। पुलिस के मुताबिक, नौकर हत्या को अंजाम देकर फरार हो गया था. उसने हेमंत लोहिया के शव को जलाने की कोशिश भी की थी. पुलिस ने उसकी तलाश में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया हैं