विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने मंगलवार को यहां दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री हान डक-सू से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को विस्तारित करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की।
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जयशंकर अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष चो ताई-युल के साथ 10वीं भारत-दक्षिण कोरिया संयुक्त आयोग (जेसीएम) बैठक की सह-अध्यक्षता के लिए सियोल पहुंचे हैं, जो उनकी दक्षिण कोरिया और जापान की चार दिवसीय यात्रा का पहला चरण है।
जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा सियोल में दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री हान डक-सू से भेंट कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। भारत-दक्षिण कोरिया संबंधों के प्रति उनकी सकारात्मक भावना की प्रशंसा करता हूं और कल होने वाली संयुक्त आयोग की 10वीं बैठक से पहले उनके मार्गदर्शन के महत्व को स्वीकारता हूं।
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा दक्षिण कोरिया की यात्रा की अच्छी शुरुआत हुई। सियोल में राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशक चांग हो-जिन से मिला। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में परस्पर हित तथा सम-सामयिक क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर सार्थक वार्ता हुई।
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इससे पहले जयशंकर ने दक्षिण कोरिया के व्यापार, उद्योग एवं ऊर्जा मंत्री ऐन डूकजेउन से भी मुलाकात की और इस दौरान दोनों नेताओं ने व्यापारिक एवं आर्थिक सहयोग खासकर वर्तमान एवं भावी सहयोग पर व्यापक चर्चा की। उन्होंने दक्षिण कोरिया के थिंक टैंक के प्रतिनिधियों के साथ भी भेंट की।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत-कोरिया गणराज्य विशेष रणनीतिक साझेदारी का विस्तार सहयोग के विविध क्षेत्रों तक हो चुका है, जिसमें व्यापार, निवेश, रक्षा, शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, संस्कृति शामिल हैं। उम्मीद है कि जेसीएम द्विपक्षीय सहयोग के संपूर्ण आयाम की व्यापक समीक्षा करेगा और इसे और मजबूत करने के रास्ते तलाशेगा।
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इस दौरान जयशंकर ने सियोल में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित भी किया। जेसीएम बैठक के बाद वह जापान के लिए रवाना होंगे।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी