महराजगंज(रायबरेली)। तहसील प्रेस क्लब महराजगंज के पत्रकारों के आगे आखिरकार भाजपा विधायक को झुकना पड़ा। मामला रविवार का है जब बछरावां विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक राम नरेश रावत द्वारा नगर पंचायत कार्यालय में बुलाई गयी बैठक का तहसील प्रेस क्लब महराजगंज के पत्रकारों ने पूरी तरह से Boycott कर दिया।
महराजगंज के पत्रकारों ने पंचायत कार्यालय में बुलाई बैठक का किया Boycott
इस प्रक्रिया में भाजपा विधायक को खुद पर उस समय शर्मिन्दगी झेलनी पड़ी जब पत्रकारों की बैठक को बुलाने के घण्टो इँतजार के बाद भी कोई पत्रकार विधायक से मिलने नही पहुँचा। इसके बाद विधायक एवं उनके प्रतिनिधियों ने महराजगंज प्रेस क्लब के सभी पत्रकारों को बारी-बारी से फोन करके तथा बैठक में आने की लाख मिन्नतें की गयी किन्तु कोई भी पत्रकार विधायक द्वारा बुलाई गयी बैठक में नही पहुँचा, जिसके बाद घण्टो इंतजार के बाद विधायक को बेरंग वापस लौटना पड़ा।
बताते चले बछरावां नगर पंचायत चुनाव के दौरान अध्यक्ष पद के दावेदार रहे समाजसेवी शशिकांत मिश्रा द्वारा बछरावां मौजूदा विधायक रामनरेश रावत पर लगाए गए गंभीर आरोप के प्रकाशन के दौरान वरिष्ठ पत्रकार शिवाकान्त अवस्थी द्वारा पूछे गए प्रश्नों के प्रत्युत्तर में भाजपा विधायक ने धमकी भरे स्वर में प्रकाशन के उपरांत परिणाम भुगतने की धमकी देते हुए भारतीय दंड संहिता की धारा 499 के तहत मुकदमा दर्ज करवाने की बात कहते हुए पत्रकार को धमकाने का प्रयास किया।
जिसके विरोध में तहसील प्रेस क्लब महराजगंज के वरिष्ठ पत्रकार सुभाष पांडेय, अजय कुमार श्रीवास्तव, अनिल जायसवाल, अरविंद श्रीवास्तव, अमित सिंह, सुशील पांडे, प्रेम जयसवाल, बाल किशोर त्रिपाठी, मुकेश श्रीवास्तव, अमित त्रिपाठी, टीपी यादव, राजेश मिश्रा, आनंद सिंह, शिवम अवस्थी, राजन प्रजापति, विनय सिंह, राम नरेश वर्मा, पप्पू यादव, अशोक यादव, दिलीप जायसवाल, हरिहर सिंह, रामेंद्र सिंह सहित सभी पत्रकारों ने विधायक के विरुद्ध निंदा प्रस्ताव पारित किया था।
नगर पंचायत कार्यालय महराजगंज में…
इस मामले में पत्रकारों से समझौते के लिए प्रयासरत मौजूदा भाजपा विधायक रामनरेश रावत व जिला अध्यक्ष दिलीप यादव द्वारा नगर पंचायत कार्यालय महराजगंज में एक तरफा मीटिंग का आयोजन किया गया जिसकी जानकारी पत्रकारों को फोन द्वारा दी गई और बैठक में उपस्थित होने का आग्रह किया गया लेकिन विधायक के आग्रह और बैठक का महराजगंज प्रेस क्लब के सभी पत्रकारों ने पूरी तरह से बहिष्कार कर दिया और विधायक द्वारा पत्रकारों के आने के घंटों इंतजार करने के बाद कोई पत्रकार जब विधायक से मिलने नहीं पहुंचा तो विधायक द्वारा पत्रकारों को बारी-बारी से फोन करके बुलाने का प्रयास किया गया, लेकिन पत्रकार से की गई बदसलूकी के विरोध में सभी पत्रकार पूरी तरह से लामबंद दिखे और पत्रकारों ने विधायक के सभी प्रकार के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया और अंततोगत्वा विधायक को पत्रकारों के गुस्से का शिकार बनना पड़ा।