अपने आप को ‘बहुत अच्छा पंच’ बताते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि वह कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान और भारत के बीच मध्यस्थता के लिए तैयार हैं लेकिन दोनों पक्षों को इस पर सहमत होना होगा। वहीं, भारत का रुख है कि कश्मीर मुद्दा द्विपक्षीय है और किसी तीसरे पक्ष की इसमें कोई भूमिका नहीं है।
ट्रम्प ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ बैठक के दौरान ये टिप्पणियां की। खान ने कहा, “दुनिया में सबसे शक्तिशाली देश की जिम्मेदारी है।” साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि “कश्मीर में संकट बहुत बड़ा होने जा रहा है।” इस पर ट्रम्प ने कश्मीर मुद्दे को लंबे समय से चल रहा ‘जटिल’ मामला बताते हुए कहा, “अगर मैं मदद कर सकता हूं तो मैं जरूर मदद करूंगा।”
उन्होंने ह्यूस्टन में ‘हाउडी, मोदी’ रैली में भाग लेने के एक दिन बाद कहा, “अगर दोनों (पाकिस्तान और भारत) चाहते हैं तो मैं यह करने के लिए तैयार हूं।” ह्यूस्टन में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा किया था और आतंकवाद पर लड़ाई पर करीबी मित्रता तथा साझा दूरदृष्टि दर्शायी थी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “किसी भी समय मैं एक बहुत अच्छा मध्यस्थ साबित होउंगा।”
ट्रम्प ने खान की मौजूदगी में ‘हाउडी, मोदी’ महारैली की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का “काफी आक्रामक बयान” सुना। उन्होंने ह्यूस्टन में एनआरजी स्टेडियम में 50,000 लोगों के जनसमूह का जिक्र करते हुए कहा, “इसे वहां काफी अच्छा समर्थन मिला।”