जम्मू: दहशतगर्द जम्मू-कश्मीर में लगातार शांति भंग करने की फिराक में हैं। जम्मू संभाग के जिला डोडा के देसा वन क्षेत्र में सोमवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई। देर रात तक चली मुठभेड़ में कैप्टन सहित चार जवान वीर गति को प्राप्त हो गए। बीते आठ दिनों में ये दूसरी आतंकी वारदात है। इससे पहले कठुआ के पहाड़ी क्षेत्र बदनोता में आतंकियों ने घात लगाकर सैन्य वाहन पर हमला किया था। इसमें पांच जवान बलिदान हो गए थे।
डोडा में मुठभेड़ के दौरान सैन्य अधिकारी समेत चार सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। घायलों की गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान बहादुर पांच जवानों ने दम तोड़ दिया। सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर रखी है। घटना स्थल पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को भेजा गया है। इलाके में तलाशी अभियान जारी है। आंतकियों की तलाश की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया मुठभेड़ तब शुरू हुई जब राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह के जवानों ने शाम करीब 7.45 बजे देसा वन क्षेत्र के धारी गोटे उरारबागी में संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया।
सेना की ह्वाइट नाइट कोर ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर सेना और पुलिस की ओर से डोडा के उत्तर में सामान्य क्षेत्र में एक संयुक्त अभियान जारी था। रात लगभग 9 बजे आतंकियों से संपर्क स्थापित हुआ, जिसके बाद भारी गोलीबारी हुई। अतिरिक्त सैनिकों को इलाके में भेजा गया।
ये हुए बलिदान
कैप्टन बृजेश थापा, दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल
नायक डी राजेश, आंध्र प्रदेश
सिपाही बिजेंद्र, झुंझुनूं, राजस्थान
सिपाही अजय सिंह, झुंझुनूं, राजस्थान
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख से डोडा हमले पर ली जानकारी
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से बात की। सेना प्रमुख ने रक्षा मंत्री को जम्मू-कश्मीर के डोडा में जमीनी हालात और चल रहे ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी।
सैनिक आतंकवाद के अभिशाप को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध- राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, ‘डोडा (जम्मू-कश्मीर) में आतंकवाद विरोधी अभियान में हमारे बहादुर और साहसी भारतीय सेना के जवानों के शहीद होने पर मुझे गहरा दुख हुआ है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। राष्ट्र हमारे उन सैनिकों के परिवारों के साथ मजबूती से खड़ा है जिन्होंने कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। आतंकवाद विरोधी अभियान जारी हैं और हमारे सैनिक आतंकवाद के अभिशाप को खत्म करने और क्षेत्र में शांति और व्यवस्था बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’