लखनऊ। नारी महाविद्यालय लखनऊ के प्रबंधतन्त्र द्वारा शिक्षिकाओ एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का लगातार किये जा रहे उत्पीड़न एवं विगत दो माह दिसम्बर 2022 एवं जनवरी 2023 के वेतन, प्रोन्नति एवं अवकाश की समस्या का निदान नही किये जाने तथा शासनादेशों, उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 एवं निदेशक उच्च शिक्षा के निर्देशों का खुला उल्लंघन करने नोटिस को महाविद्यालय की दीवारों पर चस्पा कर अपमानित किये जाने एवं शिक्षक संघ द्वारा वार्ता हेतु लगातार प्रयास के बावजूद प्रबन्धतन्त्र द्वारा हठधर्मिता अपनाते हुए शिक्षिकाओ की समस्याओं का समाधान के लिए अभी तक कोई वार्ता नहीं करने तथा प्राचार्या का मनमाने ढंग से परिवीक्षा अवधि बढ़ाये जाने,
वेतन वृद्धि रोके जाने एवं नवनियुक्त शिक्षिकाओ को विभिन्न प्रकार से डराने एवं धमकाने प्रोवेशन बढ़ाये जाने तथा वेतन वृद्धि रोके जाने की धमकी के विरोध में स्वेच्छाचारी प्रबंधतन्त्र के विरुद्ध लुआक्टा द्वारा आज (10 फरवरी 23) उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय, लखनऊ में धरना दिया गया, एवं प्रबंधतन्त्र भंग करने की मांग की गई।
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धरने में प्रबंधतन्त्र को गुमराह करने, महिला शिक्षिकाओ से भद्र भाषा मे बात न करने एवं आर्थिक रूप से उपकृत होने वाले नवीन चन्द्रा के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की गई।
धरने में लुआक्टा अध्यक्ष डा मनोज पांडेय, महामंत्री डा अंशु केडिया, उपाध्यक्ष डा तिर्मल सिंह, डा सिद्धार्थ सिंह, कोषाध्यक्ष डा कीर्ति तिवारी, जय नारायन महाविद्यालय शिक्षक संघ के डा विक्रम सिंह, शिया पीजी महाविद्यालय के शिक्षक संघ के महामंत्री, डा परवेज अहमद, क्रिश्चियन पीजी महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष, डा एल्विन दाऊद, विद्यांत हिन्दू पीजी महाविद्यालय लखनऊ के शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा ध्रुव त्रिपाठी, महामंत्री श्रवण गुप्ता, फिरोज गांधी पीजी महाविद्यालय रायबरेली के महामंत्री डा सुभाष, लुआक्टा जिलाध्यक्ष डा दिनकर त्रिपाठी, उपाध्यक्ष डा अरविंद सिंह, फुपुक्टा कार्यालय सचिव मनीष हिन्दवी सहित विभिन्न महाविद्यालयों के शिक्षकों के साथ बाहर के जिलों के शिक्षक भी उपस्थित रहे।