- Published by- @MrAnshulGaurav
- Friday, July 22, 2022
लखनऊ। लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने एक बयान जारी करके अलवर राजस्थान में हुए पूर्व सिख ग्रंथी पर हमले की कठोर निंदा की है। कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बग्गा ने कहा है कि पूर्व ग्रंथी पर हमला उनको जान से मारने की कोशिश और उनके केशों का कत्ल करना अत्यंत गंभीर अपराध है इससे पूरे देश के सिख समाज में बहुत रोष और गुस्सा है। इस घटना से सिख समाज बहुत उद्वेलित है।
लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महामंत्री हरपाल सिंह जग्गी ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार को इस जघन्य अपराध पर तुरंत कठोर कार्रवाई करते हुए दोषियों को गिरफ्तार करना चाहिए और उनके ऊपर गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज करके उनको कठोर सजा दिलवानी चाहिए ताकि ऐसे अपराधों की पुनरावृत्ति ना हो और कोई भी व्यक्ति किसी के भी धार्मिक चिन्ह और प्रतीकों का अपमान करने का साहस न कर सके।
कमेटी के प्रवक्ता सतपाल सिंह मीत ने कहा कि पूर्व ग्रंथी पर हमला किसी गहरी अपराधिक साजिश का हिस्सा हो सकता है, जिसके बारे में गहन जांच-पड़ताल करके पूरी साजिश का पता लगाना चाहिए। जिस तरह हमलावर अपराधी उनकी गर्दन काटना चाहते थे फिर किसी से फोन पर बात करके उन्होंने ग्रंथी की हत्या ना करके उसके केशों का कत्ल किया।
इसमें से गहरी साजिश की बू आती है । इसलिए इसकी साजिश की तह तक जाना बहुत जरूरी है और साजिश का पर्दाफाश करके अपराधियों को कठोर दंड दिया जाना चाहिए। लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से कहा गया कि यदि अपराधी जल्दी नहीं पकड़े जाते और उनको जेल नहीं भेजा जाता तो सिख समाज आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।
रिपोर्ट – दया शंकर चौधरी