• कुशल कामगारों व श्रमिकों को विदेशों में भी रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रही है योगी सरकार
• प्रथम चरण में 5087 समेत कुल 9208 कुशल श्रमिकों का हुआ अंतिम रूप से चयन
• 28 फरवरी से 7 मार्च तक राजकीय आईटीआई अलीगंज, लखनऊ में इजराइल की टीम ने द्वितीय चरण के तहत लिया स्किल टेस्ट
• चयनित कुशल श्रमिकों को इजरायल में 01 लाख 37 हजार प्रतिमाह वेतन पर किया जाएगा सेवायोजित
लखनऊ। योगी सरकार प्रदेश के कुशल कामगारों व श्रमिकों को विदेशों में भी रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रही है। इसी कडी में इजरायल में नवनिर्माण कार्य के लिए प्रदेश के श्रमिकों को चयनित कर भेजा जा रहा है।
प्रथम चरण में 5087 तथा दूसरे चरण में 4121 श्रमिकों को इजरायल में सेवायोजित किए जाने हेतु चयनित किया गया है। इस तरह कुल 9208 कुशल श्रमिक इजराइल में 01 लाख 37 हजार प्रतिमाह वेतन पर सेवायोजित किए जाएंगे।
इजरायल की टीम ने लिया स्किल टेस्ट
प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा “हर हाथ को काम” दिलाने के तहत भारत सरकार एवं इजरायल सरकार के बीच एमओयू किया गया है।
जिसके अंतर्गत व्यवसाय मेसन प्लास्टरिंग वर्क, मेसन सेरेमिक टाइलिंग, मेसन बिल्डिंग फ्रेमवर्क तथा मेसन आयरन वेन्डिंग के क्षेत्र में इजराइल में भारतीय श्रमिको को सेवायोजित करने का अवसर प्रदान किया जा रहा है।
28 फरवरी, 2024 से 07 मार्च, 2024 तक राजकीय आईटीआई अलीगंज, लखनऊ में कुशल श्रमिकों के द्वितीय चरण का स्किल टेस्ट इजरायल की टीम के द्वारा लिया गया, जिसमें 4121 कुशल श्रमिकों को चयनित किया गया है। इस प्रकार कुल 9208 कुशल श्रमिकों को इजराइल की टीम के द्वारा चयनित किया गया है।
इजरायल की टीम ने की प्रशंसा
कुशल श्रमिको के स्किल टेस्ट का निरीक्षण विशेष सचिव श्रम एवं निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन कुणाल सिल्कू के द्वारा समय-समय पर किया गया तथा उनके द्वारा प्रधानाचार्य, राज कुमार यादव एवं उनकी टीम की प्रशंसा की गई है। निदेशक के मार्गदर्शन में एनएसडीसी के सहयोग से इजराइल की टेस्टिंग टीम के द्वारा कुशल श्रमिकों के द्वारा स्किल टेस्टिंग का कार्य किया गया। संयुक्त निदेशक, लखनऊ मण्डल अनिल वर्मा ने भी समय-समय पर निरीक्षण किया।
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इजरायल सरकार की टीम, एनएसडीसी की टीम एवं पीबा की टीम ने आश्वस्त किया कि यदि भविष्य में और कुशल श्रमिकों की आवश्यकता होगी तो आईटीआई अलीगंज, लखनऊ को ही परीक्षा केंद्र बनाएंगे।
प्रधानाचार्य राज कुमार यादव ने इजरायल टीम के अधिकारियों, एनएसडीसी टीम के अधिकारियों एवं पीबा टीम के अधिकारियों का सहयोग के लिए धन्यवाद दिया तथा श्रम विभाग के अधिकारियों, संस्थान के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सहयोग के लिए सभी का धन्यवाद दिया।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी