• यह कानून नागरिकता देता है छीनता नहीं है, इससे मुसलमानों का लेना देना नहीं है- अनीस मंसूरी
लखनऊ। पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मंत्री अनीस मंसूरी ने कहा है कि बीजेपी ने राजनैतिक फायदा लेने की कोशिश में और सुप्रीम कोर्ट के SBI को 24 घंटे के भीतर चुनावी बॉन्ड का पूरा ब्योवरा देने के आदेश को टाल मटोल करने के लिए आनन फ़ानन में सीएए (CAA) को लागू कर दिया।
अनीस मंसूरी ने कहा कि भारत सरकार द्वारा CAA कानून लागू किये जाने पर मुसलमानों को घबराने की ज़रुरत नहीं है। यह कानून नागरिकता देता है छीनता नहीं है, इस से मुसलमानों का लेना देना नहीं है।
यह कानून भारत सरकार बहुत पहले लेकर आयी थी और लागू करना चाहती थी लेकिन सरकार 2024 के लोकसभा चुनाव का राजनैतिक लाभ लेने के लिए इंतजार कर रही थी। अनीस मंसूरी ने कहा कि भारतीय संविधान में लिखा है कि देश में किसी भी धर्म के शरणार्थीयों को नागरिकता दी जा सकती है, सरकार को संविधान की इस बात पर विचार करना चाहिए।
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अनीस मंसूरी ने कहा कि CAA पर देश भर से आई आपत्तियों का समाधान नहीं किया और अपने राजनैतिक लाभ के लिये लागू कर दिया है यह देश के लिए विभाजनकारी है और नागरिकता धर्म या राष्ट्रीयता पर आधारित नहीं होना चाहिए।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी