- मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन की हर घर नल योजना का अब तक का कार्य संतोष जनक
- समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि जल शक्ति मंत्री, राज्य मंत्री, विभागीय अधिकारी और जल निगम के वरिष्ठ अभियन्ता इसी सप्ताह से बुन्देलखण्ड और विंध्य क्षेत्र में करें कैंप
- बुंदेलखंड और विंध्य की पेयजल परियोजनाओं को तय समय पर किया जाए पूरा: योगी आदित्यनाथ
- मुख्यमंत्री खुद पेयजल परियोजनाओं के कार्यों की समीक्षा के लिए बुन्देलखण्ड क्षेत्र में करेंगे प्रवास
- गर्मी के मौसम में लोगों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए जलापूर्ति सम्बन्धी कार्यों की नियमित ऑनलाइन मॉनीटरिंग की जाए : सीएम योगी
लखनऊ। सीएम योगी ने बुधवार को प्रदेश में संचालित जल जीवन मिशन की हर घर नल योजना को संतोषजनक बताया। उन्होंने ग्रामीण जलापूर्ति में इसी गति को बरकरार रखने की जरूरत पर बल दिया। साथ ही जल शक्ति मंत्री समेत ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के समस्त अधिकारियों को बुंदेलखंड और विध्य के क्षेत्रों में इसी सप्ताह से कैम्प करने के निर्देश भी दिये।
सीएम योगी ने राज्य में चल रही जल जीवन मिशन की हर घर योजना से स्वच्छ जल उपलब्ध कराने की योजना को समय से पूरा करने के निर्देश दिये। लोक भवन में नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि वो जल्द बुन्देलखण्ड क्षेत्र की पेयजल परियोजनाओं के कार्यों की समीक्षा के लिए वहां स्वयं प्रवास करने जाएंगे। उन्होंने जल शक्ति मंत्री, राज्य मंत्री, विभागीय अधिकारी और जल निगम के वरिष्ठ अभियन्ताओं को इसी सप्ताह से बुन्देलखण्ड क्षेत्र और विंध्य क्षेत्र में संचालित पेयजल परियोजनाओं के कार्यों की भौतिक समीक्षा करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में लोगों को कोई दिक्कत न हो इसको देखते हुए जलापूर्ति सम्बन्धी कार्यों की नियमित ऑनलाइन मॉनीटरिंग कराई जाए। सभी परिषदीय विद्यालयों और आंगनबाड़ी केन्द्रों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी उन्होंने निर्देश दिये।
सीएम योगी ने बुन्देलखण्ड एवं विंध्य क्षेत्र की जनपदवार पेयजल परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा के भी निर्देश दिये हैं। पेयजल आपूर्ति, जल प्रबन्धन एवं जल संरक्षण के कार्यों की मण्डल एवं जनपद स्तर पर नियमित समीक्षा करने को भी उन्होंने कहा है। सीएम योगी ने कहा कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर नल योजना द्वारा लोगों के घरों में पाइप द्वारा शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा रहा है। यह बदलते उत्तर प्रदेश की बेहतर तस्वीर है।
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन से प्रदेश सरकार ने राज्य में 40 वर्षों से अधूरी पड़ी सिंचाई एवं पेयजल परियोजनाओं को विगत तय समय से पहले पूरा करके दिखाया है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए अर्जुन सहायक परियोजना वरदान साबित हो रही है। इतना ही नहीं शुद्ध पेयजल उत्तम स्वास्थ्य का आधार बनी है। इसलिए लोगों में जल प्रबन्धन एवं संरक्षण के लिए जागरूकता कार्यक्रम संचालित करने की आवश्यकता है। उन्होंने इसके लिए विशेष रूप से दिमागी बुखार, आर्सेनिक एवं फ्लोराइड प्रभावित क्षेत्रों में प्रशिक्षण एवं जागरूकता के कार्यक्रम संचालित किये जाने पर जोर दिया। ग्राम पंचायत स्तर पर गठित जल समिति को सक्रिय करते हुए जलापूर्ति कार्यों के लिए ग्राम पंचायतों की जवाबदेही तय किये जोन की बात कही।
उन्होंने कहा कि पानी की एक-एक बूंद को बचाने के लिए तकनीक के उपयोग पर बल दिया जाए। सीएम योगी ने पेयजल परियोजनाओं की निर्माण इकाइयों-ओवर हेड टैंक, पाइप लाइन बिछाने जैसे विभिन्न कार्यों को तय समय में पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा करने और पेयजल की आपूर्ति कराने के लिए जलापूर्ति से सम्बन्धित सभी कार्यों का बेहतर प्रबन्धन किये जाने के लिए भी अधिकारियों से कहा। इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति अनुराग श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।