Published by- @MrAnshulGaurav Tuesday, June 28, 2022 कुंतल आज UPSC पास करके कलेक्टर की कुर्सी संभालने जा रही थी, उस सम्मान में एक समारोह रखा गया। पूरा हाॅल अधिकारियों और कुछ रिश्तेदारों से खचाखच भरा था। कुंतल खोई-खोई दोहरे भाव से जूझ रही थी। गरीबी, ससुराल वालों की प्रताड़ना, घर-घर जाकर ...
Read More »साहित्य/वीडियो
स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता का अभाव झेलती मीडिया
सनसनीखेज रिपोर्टिंग ने सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के बावजूद बलात्कार पीड़ितों और बचे लोगों की पहचान से समझौता किया। फेक न्यूज, पीत पत्रकारिता महत्वपूर्ण चिंताएं हैं जो जनता को प्रभावित कर रही हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित कर रही हैं। उदाहरण के लिए, मीडिया के माध्यम से भय फैलाने ...
Read More »साहित्य समाज और संस्कृति
Published by- @MrAnshulGaurav Tuesday, June 28, 2022 कहते हैं साहित्य समाज का दर्पण होता है। समाज में घटित घटनाओं का साहित्य पर सीधा असर पड़ता है। कारण, समाज में घटित घटनाओं पर जब कोई लेखक कलम चलाता है, तो हर बुद्धिजीवी उस पर चिंतन मनन करते हैं। वांछित-अवांछित पर अपनी कीमती ...
Read More »फेसबुक : स्थापित लेखक, फेसबुकिया लेखक बनाम पाठक
सनद रहे! जब कभी भी हम अपने से कमजोर लेखक की रचना पर अपना विचार देकर कहते हैं कि यह एक पाठक की टिप्पणी है। वास्तव में ऐसा होता नहीं हैं, आप और हम उसकी रचना को अपनी लेखन की कसौटी पर ही कसते हैं। इसलिए जो लिखी गई है ...
Read More »भाग्य
Published by- @MrAnshulGaurav Sunday, June 26, 2022 कभी स्वयं से निकलकर मैंने आसमान में उड़ना चाहा था मगर, गलती से पाँव कठोर धरातल पर पड़ गए। असहनीय पीड़ा हुई। मैं सहन न कर पाई और फिर से उड़ना चाहा, किन्तु उस दिन धरा ने नम आँखों से मुझे पुकारा था……”ठहर जाओ! ...
Read More »अथ श्री बुलडोजर कथा
Published by- @MrAnshulGaurav Friday, June 24, 2022 इस समय हमारे देश सहित विदेशों में भी मोदी जी से भी ज्यादा लोकप्रियता बुलडोजर की है| वैसे बुलडोजर को इतना फेमस यूपी वाले बाबा ने किया है। चहुंओर बुलडोजर का डंका बज रहा है। हालांकि मोदी सरकार ने बुलडोजर का ही नहीं, अपितु ...
Read More »हिमालय साहित्य अकादमी में राम नाईक का सम्मान
Published by- @MrAnshulGaurav Sunday, June 19, 2022 शिमला. उत्तर प्रदेश के पूर्व राम नाईक अपने को एक्सीडेंटल राइटर मानते हैं, लेकिन उनकी किताब चरैवेति! चरैवेति!!को साहित्य जगत में बहुत लोकप्रियता मिली है. करीब एक दर्जन भाषाओं में इसके संस्करण प्रकाशित हो चुके हैं. पुस्तक लोकार्पण समारोह में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ...
Read More »पुरस्कार से ही क्यों मिलती है साहित्य को पहचान!
Published by- @MrAnshulGaurav Tuesday, June 14, 2022 पुरस्कार छोटा हो या बड़ा हर पुरस्कार का अपना एक स्थान होता है, प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में। किंतु भारतीय राजभाषा में लिखें जाने वाले साहित्य और साहित्यकार को पहचान के लिए मोहताज ही पुरस्कारों का होना पड़ता है। यहां कोई इल्जाम नहीं है ...
Read More »जीवन में अमृत है पानी : जल है तो कल है
Published by- @MrAnshulGaurav Saturday, May 28, 2022 मनुष्य का शरीर पंचभूत से निर्मित है। पंचभूत में पांच तत्त्व आकाश, वायु, अग्नि, जल एवं पृथ्वी सम्मिलित है। सभी प्राणियों के लिए जल अति आवश्यक है। प्रत्येक प्राणी को जीवित रहने के लिए जल चाहिए। नि:संदेह जल ही जीवन है। जल के बिना ...
Read More »उपन्यासकार एवं कथाकार गितांजलि श्री को मिला 2022 का बुकर सम्मान
इस साल का मैन बुकर सम्मान भारतीय लेखिका गीतांजलि श्री का उपन्यास ‘रेत समाधि’ के अंग्रेज़ी अनुवाद ‘टॉम्ब ऑफ़ सैण्ड’ के लिए दिया गया है जिसे डेजी राकवेल ने अंग्रैजी अनुवाद किया है। यह पहली बार है कि किसी भारतीय भाषा के अनुवाद को यह अवॉर्ड मिला है। Published by- @MrAnshulGaurav Saturday, May 28, 2022 ...
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