अनुभव “जिंदगी साथ देती है हिस्सेदारी नहीं, आदमी का हुनर है धोखा, वफ़ादारी नहीं !!” ‘ज़िन्दगी को आम नहीं खास बनाना है सपनों को बुनना और गहराइयों में उतर जाना है कोई क्या कह रहा है, परवाह क्यूँ करें हम। इतनी कोई जल्दी नहीं, किसी से क्यूँ डरे हम। ये ...
Read More »साहित्य/वीडियो
कर्तव्य
कर्तव्य ज्ञान के तेज में मिलाकर कर्म के बल को, सभ्यता की शंकाओं का समाधान कीजिय। जाग्रत करिये अपने संचित पौरुष को, पुरातन गौरव का पुन: भान कीजिये। राम की उच्चता व कृष्ण का कर्मपथ लिए, मानस में महावीर का ध्यान कीजिये। युगों युगों तक अमर रहेगी भारत भू, सत्य ...
Read More »तिरंगा
तिरंगा पूरे विश्व में हमारे तिरंगे की है शान, लाख बन जाये इसके दुश्मन चीन चाहे पाकिस्तान। एक ख़ुशनुमा त्योहार हम फहरा के झंडा मना रहें हैं, यूँ ही मातृभूमि की खातिर फ़र्ज़ अपना सभी ये निभा रहें हैं। देख कर हर तरफ झंडे की तिरंगी छटा, सभी राष्ट्र गान ...
Read More »सावन का महीना
सावन का महीना बंजर धरती पर जब हरियाली लहराये। उदास सूना-सूना दिल भी खिल-खिल जाये। उमड़-उमड़ के बादल गरजने लग जाये। जब सावन का महीना झूम-झूम कर आये।। कलियाँ फूल बने उनपर भँवरे मंडरायें। रिमझिम बरखा में मोर नाचे, पपीहा गायें। प्रकृति को देखकर हर्षित मन मुस्काये। जब सावन का ...
Read More »वाह रे ठाकुर जी
वाह रे ठाकुर जी तुम ने गज़ब रचा संसार, चहुंओर मचा है हाहाकार, वाह रे ठाकुर जी………..! बेबसी का लगा हुआ अंबार, खोया अपनापन और प्यार, वाह रे ठाकुर जी…………! छद्मश्री को पद्मश्री उपहार, सच्ची कला हो रही भंगार, वाह रे ठाकुर जी…………! खूब बढ़ा काला कारोबार, मौन देख रही ...
Read More »प्रतिबन्धित ऐप पर अभिनेत्री रिमिसेन और पाक क्रिकेटर का वीडियो सामने आया
लखनऊ। हिन्दू एकता आन्दोलन पार्टी ने फिल्म अभिनेत्री एवं भाजपा नेत्री रिमिसेन और पाकिस्तान के क्रिकेटर कामरान अकमल के साथ भारत में प्रतिबन्धित बीगोलाईव पर सार्वजनिक तौर पर देखे जाने पर सवाल उठाते हुये केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से इस मामले की एनआईए से जांच करवाये जाने की मांग की ...
Read More »बिन फेरे हम तेरे
कहने में और सुनने में कुछ अजीब लगता है, लेकिन ये भी एक सच्चा रिश्ता है ,दिल का रिश्ता है। जब दिल से दिल जुड़ जाता है ,तो चाहे हम साथ-साथ ना रहे, लेकिन हमे एक दूसरे की फिक्र होती है, एक दूसरे के प्रति लगाव होता है, इसी को ...
Read More »शब्द
शब्द शब्दों का कोई नाम नहीं ये किसी के गुलाम नहीं जब चाहे आ जायें मुख पे इन पे कोई लगाम नहीं इनकी रचना किसने की लगे उसे कोई काम नहीं कोई ना रोके टोके इनको तभी फिरे सरेआम यूँ ही टकराकर बस गिर ही जायें लगते नहीं ये जाम ...
Read More »पेड़ की आँखों से भी निकलता है आंसू
हम सभी जानते हैं, पेड़-पौधे हमारा साथ सदा निभाते हैं। जन्म से लेकर मृत्यु तक का साथ होता है हमारा पेड़-पौधों के साथ। हमारी अधिकांश ज़रूरतों को पूरा करते हैं पेड़-पौधे। हमारी सांसें भी पेड़-पौधों की वजह से ही चल रही हैं। पेड़-पौधों के बिना हमारा कोई अस्तित्व ही नहीं ...
Read More »अजन्मी अंतिमा की पीड़
मत उम्मीद रखो मुझसे की मेरी ज़िंदगी का अनुवाद तुम्हारी भावनाओं से जुड़ा हो “मैं जन्मी हूँ एक छोटी सी अदम्य आक्रोशित कहानी के लिए” और तुम मुझे कभी नहीं समझ सकते। तुम्हें मुझे पढ़ने के लिए उस क्षितिज तक जाना होगा जहाँ से मेरी लिखी हर संज्ञा को महसूस ...
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