लखनऊ। रिजर्व पुलिस लाइन्स में शनिवार की शाम को मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की मौजूदगी में, गणतंत्र दिवस परिसमाप्ति के समारोह में ‘बीटिंग द रिट्रीट’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सिटी मोन्टेसरी स्कूल को गणतन्त्र दिवस परेड के विभिन्न कार्यक्रमों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए सर्वाधिक 12 पुरस्कारों से नवाजा गया। मुख्य सचिव ने गणतन्त्र दिवस समारोह में प्रदर्शित सी.एम.एस. झाँकी ‘मंगलमय है वह जगह जहाँ प्रभु महिमा गाई जाती है’ के लिए प्रथम पुरस्कार और ‘चल वैजयन्ती’ पुरस्कार से सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी को सम्मानित किया। ‘बीटिंग द रिट्रीट’ के उपरान्त एक अनौपचारिक वार्ता में, पत्रकारों से बातचीत करते हुए डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि सी.एम.एस. की यह झाँकी सारे समाज को प्रार्थना का जीवन में महत्व और सर्वधर्म सम्भाव का व्यापक संदेश देने में सफल रही है और यही हमारी असली कामयाबी है।
समारोह में सी.एम.एस. को 8 प्रथम, 1 द्वितीय, 3 तृतीय पुरस्कार
‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह में सी.एम.एस. को 8 प्रथम पुरस्कार, 1 द्वितीय पुरस्कार एवं 3 तृतीय पुरस्कार से नवाजा गया। इसमें सी.एम.एस. कानपुर रोड कैम्पस को ड्रिल ‘भारत का टीकाकरण’ के लिए प्रथम पुरस्कार, सी.एम.एस. अलीगंज (प्रथम कैम्पस) को बालकों के मार्च पास्ट के लिए प्रथम पुरस्कार, सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) को बालिकाओं के मार्च पास्ट के लिए प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया। वहीं, सी.एम.एस. आर.डी.एस.ओ. कैम्पस को बालिकाओं के फ्लैग मार्च के लिए प्रथम पुरस्कार, सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर (प्रथम कैम्पस) को नृत्य प्रस्तुत ‘भारत की बेटी’ के लिए प्रथम पुरस्कार दिया गया।
नृत्य पस्तुति के लिए ‘भारत वर्ष की वीरांगनाएँ’ को प्रथम पुरस्कार
सी.एम.एस. राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) को नृत्य प्रस्तुत ‘भारत वर्ष की वीरांगनाएँ’ के लिए प्रथम पुरस्कार दिया गया। सी.एम.एस. कानपुर रोड कैम्पस को पाइप बैण्ड प्रस्तुति हेतु प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया। इसी प्रकार, सी.एम.एस. आनन्द नगर कैम्पस को ‘सबको अवसर, सबको उन्नति’ ड्रिल के लिए द्वितीय पुरस्कार दिया गया। वहीं, सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) को बालकों के फ्लैग मार्च के लिए तृतीय पुरस्कार, सी.एम.एस. महानगर कैम्पस को नृत्य प्रस्तुति के लिए तृतीय पुरस्कार और सी.एम.एस. कानपुर रोड कैम्पस को ब्रास बैण्ड प्रस्तुति के लिए तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
Report – Anshul Gaurav