दिल्ली और उत्तर प्रदेश में फैले प्रदूषण की समस्या को धत्ता बताते एक और घटना सामने आई है। पराली जलाने की घटनाओं की कड़ी में उत्तर प्रदेश के पीलीभीत ज़िले के लगभग 20 किसानो को पराली जलाते हुए पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जबकि लगभग 500 किसानो के ख़िलाफ़ FIR दर्ज़ कराई गयी है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने लेखपालों को निलंबित कर दिया है। वैसे तो गिरफ्तार हुए किसानो ने इससे इंकार किया है लेकिन पुलिस का कहना है कि मौके पर इन किसानो को पराली जलाते हुए और जला कर खेत जोतते हुए पकड़ा गया है।
दूसरी ओर आठ निलंबित लेखपालों के विषय को लेकर बाकी लेखपाल धरने पर बैठ गए हैं। इन लेखपालों ने बाइक पर रैली निकालकर गिरफ्तारी पर विरोध प्रदर्शन भी किया। उनका कहना है कि उन्हें सौ रुपए भत्ता दिया जाता है और इतने कम भत्ते पर वह बाइक से नौकरी पर नहीं आ सकते।
इसके साथ साथ पुलिस महकमे पर भी सख्ती के आदेश दिए गए हैं। इस कड़ी में पूरनपुर थाने के दरोगा पर लापरवाही बरतने के लिए लाइन हाज़िर किया गया है। किसान जल्द ही दिल्ली में भी प्रदर्शन करेंगे। इस तरह किसान और प्रशासन के बीच तनातनी की खबर तेज हो रही है। वैसे तो अधिकारी गांव गांव जाकर किसानो से बाचचीत करने की कोशिश कर रहे हैं और उन्हें पराली जलाने से होने वाले नुकसानों से अवगत करा रही है पर स्थिति सुधरती नज़र नहीं आ रही है।