लखनऊ। लीवर की बीमारी से परेशान होकर SGPGI एसजीपीजीआइ के लीवर ट्रांसप्लांट विभाग में भर्ती नितिन गंगवार (38) ने शुक्रवार तड़के छठे तल पर फांसी लगा ली। जीने की रेलिंग के सहारे दुपड्ढट्टे से नितिन का फंदे पर शव लटका मिला। बीमारी के कारण परिवारीजनों ने बुधवार को उन्हें भर्ती कराया था। परिवारीजनों ने कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।इंस्पेक्टर के मुताबिक पीलीभीत सुनगढ़ी थान सिंह निवासी नितिन गंगवार को लीवर संबंधी बीमारी थी।
अशोक ने उन्हें SGPGI के लीवर ट्रांसप्लांट
बुधवार को उनकी पत्नी सुसमलता और पिता अशोक ने उन्हें SGPGI एसजीपीजीआइ के लीवर ट्रांसप्लांट विभाग में भर्ती कराया था। शुक्रवार तड़के उनके पिता बाहर बरामदे में सोए थे, जबकि पत्नी सुसमलता वार्ड में नितिन के साथ थी। करीब तीन बजे सुस्मलता को झपकी आ गयी।
कुछ देर बाद उनकी आंख खुली तो पति को बेड से नदारद देख वह अवाक रह गई। ड्रिप स्टैंड पर लटकी थी। वह वार्ड ड्यूटी पर मौजूद सिस्टर के पास पहुंची और पति के बारे में पूछताछ की। सिस्टर ने जानकारी से अनभिज्ञता जताई। इसके बाद अन्य लोगों से पूछा, तो उन्होंने भी जानकारी से इंकार किया। पेशेंट के बेड से गायब होने की सूचना से संस्थान में हड़कंप मच गया। सिक्योरिटी गार्ड बुलाए गए।सुस्मलता, गार्ड के साथ ऊपर के तलों में पति की खोजबीन करते पहुंची। छठे तल पर जीने की रेलिंग से दुपट्टे के सहारे नितिन का शव फंदे पर लटका देख सुस्मलता की चीख निकल पड़ी। पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस और कर्मचारियों ने मिलकर फंदे से शव को उतारा।