लखनऊ। दिल्ली मैं हुई 17 और 18 जून 2023 मैं ओपन अंतर राष्ट्रीय प्रतियोगिता को आयोजित किया गया। जिसमें हमारे उत्तर प्रदेश के कुल 150 खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिसमे खिलाड़ियों ने पदक जीत कर उत्तर प्रदेश का नाम रोशन किया।
👉फिर न आए कभी वैसी भयावह सुबह 26 जून 1975 वाली!
उत्तर प्रदेश में रहने वाले अनिकेत सिंह 06 साल में काता मैं कांस्य पदक पर जीत हासिल किया और कुमिते मैं 19 किलो भार मैं सिल्वर पदक पर जीत हासिल किया। शक्ति सिंह ने 06 साल में 30 किलो भार में काता और कुमिते में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया। आयुष सिंह 07 साल में काता मैं स्वर्ण पदक पर जीत हासिल किया, कुमिते मैं 20 किलो भार मैं स्वर्ण पदक पर जीत हासिल किया। ऐश्वर्या सिंह ने 09 साल में काता में सिल्वर पदक पर जीत हासिल किया और कुमिते मैं 28 किलो भार मैं स्वर्ण पदक पर जीत हासिल किया।
👉दृढ़ता और संतोष, खुशियों के स्रोत
अग्रिमा श्रीवास्तव ने 13 साल में काता में स्वर्ण पदक पर जीत हासिल किया और 47 किलो भार में कुमिते में स्वर्ण पदक पर भी जीत हासिल किया। (एकल कुमिते) ऋषिकेश शर्मा ने 09 साल में 28 किलो भार में स्वर्ण पदक पर जीत हासिल किया, अबदुल्लाह उस्मानी ने 09 साल में 30 किलो भार में स्वर्ण पदक पर जीत हासिल किया, अनिकेत यादव ने 09 साल में 32 किलो भार में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया।
👉शिक्षा के नाम पर निजी स्कूलों की मनमानी
युवराज विक्रम सिंह ने 11 साल में 39 किलो भार में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया, अल्तमश खान ने 12 साल में 45 किलो भार में स्वर्ण पदक पर जीत हासिल किया, राशि वर्मा ने 12 में 40 किलो भार में सिल्वर पदक पर जीत हासिल किया, शुभम चैटर्जी ने 12 साल में 45 किलो भार में कांस्या पदक पर जीत हासिल किया, प्राची जैसवाल ने 13 साल में 45 किलो भार में सिल्वर पदक पर जीत हासिल किया।
👉तेज़ी से कूड़े के ढ़ेर में बदल रहा है पहाड़
पवी वर्मा ने 13 साल में 43 किलो भार में सिल्वर पदक पर जीत हासिल किया, अमर्तांशु सिंह ने 13 में 50 किलो भार में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया, अवलोक गौतम ने 13 साल में 32 किलो भार में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया, जन्नत अजहर ने 13 साल में 75 किलो भार में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया। पदमांशी वर्मा ने 14 साल में -47 किलो भार में सिल्वर पदक पर जीत हासिल किया।
इतिश यश ने 14 साल में 70 किलो भार में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया, अर्जुन रसाली ने 14 साल में 50 किलो भार में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया, तुषार कुमार ने 15 साल में 63 किलो भार में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया। श्रेयांश ओम मौर्या ने 15 साल में -70 किलो भार में सिल्वर पदक पर जीत हासिल किया, भुवनेंद्र प्रताप सिंह ने 16 साल में -76किलो भार में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया। सुदीप्ता चैटर्जी ने 17 साल में 50 किलो भार में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया।
👉मिट्टी के चूल्हे से नहीं मिली मुक्ति
दीपाली ने 22 साल में 45 किलो भार में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया, (एकल काता) आन्या शर्मा ने 06 साल में स्वर्ण पदक पर जीत हासिल किया, अरव अमित मेहरोत्रा ने 08 साल में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया, रूही श्रीवास्तव ने 08 में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया, अरहम खान ने 10 साल में स्वर्ण पदक पर जीत हासिल किया, अक्षत सिंह ने 11 साल में सिल्वर पदक पर जीत हासिल किया, श्रेष्ठ श्रीवस्तवा ने 12 साल में स्वर्ण पदक पर जीत हासिल किया, साक्षी ने 12 साल में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया।
👉ग्रामीण महिलाओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का अभाव
पदमांशी वर्मा ने 14 साल में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया, प्रियंका सिंह ने 14 साल में सिल्वर पदक पर जीत हासिल किया, मनीषा रसाली ने 16 साल में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया, रचित विश्वकर्म ने 16 साल में कांस्य पदक पर जीत हासिल किया, वीरू रसाली ने 22 साल में सिल्वर पदक पर जीत हासिल किया। (टीम काता) में 14 और 15 साल में स्वर्ण पदक पर (पदमांशी वर्मा, स्नेहा मौर्या, भाविनी शर्मा) ने जीत हासिल किया और साथ ही साथ 14 और 15 साल में कांस्य पदक पर ( प्रियंका सिंह , मनीषा रसाली, मान्या गुप्ता) ने जीत हासिल किया।