प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना पहली भारत-बांग्लादेश ऊर्जा पाइपलाइन का आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन करेंगे.
भारत और बांग्लादेश के बीच यह पहली सीमापार पाइपलाइन है. इसे लगभग 377 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. कुल कीमत में 285 करोड़ रुपये बांग्लादेश में पाइपलाइन बिछाने में व्यय हुए हैं. यह राशि भारत ने अनुदान सहायता के तहत खर्च की है.
पाइपलाइन से एक साल में 10 लाख टन हाई-स्पीड डीजल को भेजा जा सकता है. इसके माध्यम से शुरुआत में उत्तरी बांग्लादेश के सात जिलों में हाई-स्पीड डीजल भेजा जाएगा.
भारत-बांग्लादेश ऊर्जा पाइपलाइन की शुरुआत से दोनों देशों के बीच ऊर्जा सुरक्षा सहयोग बढ़ेगा. इससे भारत से बांग्लादेश तक एचएसडी लाने-ले जाने का सस्ता और पर्यावरण अनुकूल साधन तैयार हो जाएगा.
विदेश मंत्रालय ने बताया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना 18 मार्च शाम पांच बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये से भारत-बांग्लादेश मित्र पाइपलाइन का उद्घाटन करेंगे.