देश की आजादी में विशेष भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर TILAK और चंद्रशेखर आजाद की आज जयंती मनार्इ जा रही है।
TILAK और आजाद की जयंती पर विशेष कार्यक्रम आयोजित
देश के अलग-अलग हिस्सों में सामाजिक संगठनों द्वारा उनकी प्रतिमाआें पर फूल माला अर्पित किए जाने के साथ विशेष कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इस खास अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें याद करते हुए ट्वीट किया। इसके अलावा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत कर्इ बड़े नेताआें ने इन स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया है।
देश के लिए खुद को त्याग दिया
मैं लोकमान्य तिलक के लिए शीश झुकाता हूं। उन्होंने अनगिनत भारतीयों के बीच देशभक्ति की चमक को उजागर करने के साथ सभी वर्गों से लोगों को संगठित किया : पीएम नरेंद्र मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया की हमारे नागरिकों और भारत के गौरवशाली अतीत के बीच संबंध को गहरा करते हुए शिक्षा पर भी जोर दिया गया । वहीं महान चंद्रशेखर के लिए कहा कि आज़ाद को मेरी श्रद्धांजलि। भारत माता के एक बहादुर पुत्र ने देश को आजाद कराने के लिए खुद को त्याग दिया। भारतीयों की पीढ़ी उनके साहस से प्रेरित है।
I bow to Lokmanya Tilak on his Jayanti. He ignited the spark of patriotism among countless Indians. He successfully mobilised people from all sections of society and deepened the connect between our citizens and India’s glorious past. Lokmanya Tilak also emphasised on education.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 23, 2018
On his birth anniversary, my tributes to the great Chandra Shekhar Azad. A brave son of Bharat Mata, he sacrificed himself so that his fellow citizens get freedom from colonialism. Generations of Indians are inspired by his courage.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 23, 2018
अंग्रेजी हुकूमत को जड़ों से हिलाया था
अमित शाह ने भी आजाद की जयंती पर ट्वीट करते हुए उन्हे याद किया। उन्होंने लिखा कि स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत चंद्रशेखर आजाद एक ऐसे क्रांतिकारी थे जिन्होंने अपने अदम्य साहस, देशभक्ति और जनून से अंग्रेजी हुकूमत की जड़ों को हिला दिया था। अपने नाम के अनुरूप आजाद को कभी अंग्रेजी पुलिस पकड़ नही पाई।
यह राष्ट्र ऐसे महान बलिदानी का सदैव ऋणी रहेगा। तिलक का जन्म 23 जुलाई, 1856 को महाराष्ट्र में आैर आजाद का जन्म 23 जुलाई, 1906 को मध्यप्रदेश के भावरा गांव में हुआ था।