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ग्राउंड वाटर रिचार्ज सिस्टम से लैस रहेगा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, सीएम योगी का है ड्रीम प्रोजेक्ट

सुल्तानपुर। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है। लखनऊ टू गाजीपुर रूट पर बन रहे इस एक्सप्रेस-वे पर जल्द ही गाड़ियां फर्राटा भरते दिखाई देंगी। सफर में पब्लिक को परेशानी न हो इसके लिए खासा ध्यान रखा गया है। इस बाबत मुख्य विकास अधिकारी सुल्तानपुर रमेश प्रसाद मिश्र ने बताया कि 120 मीटर चौड़े एक्सप्रेस-वे के हर आधे किलोमीटर की दूरी पर यूपीडा द्वारा ग्राउंड वाटर रिचार्ज सिस्टम लगा रहा है।

340 किलोमीटर लम्बा है पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे

सीडीओ (मुख्य विकास अधिकारी) रमेश प्रसाद मिश्र ने बताया कि लखनऊ से गाजीपुर तक 340 किमी लम्बा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 120 मीटर चौड़ाई पर बन रहा है। हर आधा किलोमीटर की दूरी पर यूपीडा द्वारा ग्राउंड वाटर रिचार्ज सिस्टम लगाया जा रहा है। इससे लाभ ये होगा कि बारिश के पानी को ड्रेन के जरिए पूरे एक्सप्रेस-वे से रिचार्ज सिस्टम में गिराया जाएगा। जहां से पानी पाइप की बोरिग के सहारे जमीन के अंदर जाकर भूमिगत जलस्तर को बढ़ाएगा।
सीडीओ ने बताया कि फिलहाल सड़क बनाने में कोई समस्या नहीं आ रही है, लेकिन लाकडाउन के कारण निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है और मिट्टी की समस्या आ रही है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि सड़क की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आनी चाहिए।

मुख्यमंत्री दो बार कर चुके हैं निरीक्षण

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट इसलिए भी कहा जा सकता है कि, जिस दिन से इसका निर्माण शुरू हुआ है स्वयं वो इसकी मानिटरिंग कर रहे हैं। 2019 के अंत में और 2020 के शुरुआती समय में खुद मुख्यमंत्री निर्माण कार्य की हकीकत जानने के लिए सुल्तानपुर और अमेठी जिलों के साथ एक्सप्रेस-वे के मध्य पड़ने वालों जिलों का औचक निरीक्षण कर चुके हैं। वो ये घोषणा भी कर चुके हैं कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य साल 2021 के मार्च महीने में पूरा हो जाएगा। इसके बाद पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर आम आदमी का वाहन फर्राटा भरने लगेगा। बता दें कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ से बाराबंकी, अमेठी, फैजाबाद, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ होते हुए गाजीपुर जाएगा।

रिपोर्ट-संतोष पांडेय

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