ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 फरवरी से शुरू हो रही बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज में भारतीय स्पिनर आर अश्विन के पास पूर्व दिग्गज खिलाड़ी अनिल कुंबले का रिकॉर्ड तोड़ने का शानदार मौका है।
अगर वह ऐसा करने में कामयाब होते हैं तो अश्विन मुरलीधर के खास क्लब में शामिल हो जाएंगे। कुंबले के इस रिकॉर्ड को धवस्त करने के बाद अश्विन मुरलीधरन के बाद टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 450 विकेट लेने वाले गेंदबाज बनेंगे। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैच की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला नागपुर में खेला जाएगा।
टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 450 विकेट लेने वाले गेंदबाज
मुथैया मुरलीधरन (श्रीलंका) – 80 टेस्ट मैच
अनिल कुंबले (भारत) – 93 टेस्ट मैच
ग्लेन मैक्ग्रा (ऑस्ट्रेलिया) – 100 टेस्ट मैच
शेन वॉर्न (ऑस्ट्रेलिया) – 101 टेस्ट मैच
नाथन लियोन (ऑस्ट्रेलिया) – 112 टेस्ट मैच
अश्विन इसी के साथ टेस्ट क्रिकेट में 450 विकेट लेने वाले दुनिया के 5वें स्पिनर और कुल 9वें गेंदबाज बन जाएंगे। उनसे पहले ये कारनामा मुथैया मुरलीधरन, शेन वॉर्न, जेम्स एंडरसन, अनिल कुंबले, स्टुअर्ट ब्रॉड, ग्लेन मैक्ग्रा, कर्टनी वॉल्श और नाथन लायन कर चुके हैं।
अश्विन ने अभी तक खेले 88 मैचों में 24.30 की औसत, 2.77 की इकॉन्मी और 52.5 के स्ट्राइक रेट के साथ 449 विकेट लिए हैं। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में एक विकेट लेते ही अश्विन अपने टेस्ट करियर में 450 विकेट पूरा कर लेंगे। अश्विन यह मुकाम अपने 89वें मैच में हासिल करेंगे, उनसे पहले टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज 450 विकेट लेने वाले गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन ही होंगे जिन्होंने यह कारनामा 80 मैचों में किया था। बात कुंबले की करें तो उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 450 विकेट के रिकॉर्ड तक पहुंचने के लिए 93 मैच लिए थे।