वंदे भारत ट्रेन अपनी सुविधाओं और टाइमिंग को लेकर खासी सुर्खियां बटोर रही है। हालांकि अभी देश में दो रूटों पर ही वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही है, लेकिन जल्द ही ये कई और रूटों पर दौड़ती दिखाई देगी। भारतीय रेलवे बोर्ड ने इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) चेन्नई को 45 नई ट्रेन-18 ट्रेनों के निर्माण को मंजूरी दे दी है। ट्रेन-18 को ही वंदे भारत एक्सप्रेस के नाम से जाना जाता है।
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, यह नई ट्रेनें 2021-22 तक आ जाएंगी। यह 45 नई ट्रेनें 2021-22 तक लॉन्च होंगी, जब भारत अपनी आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहा होगा। अधिकारी ने कहा कि नई ट्रेनों का निर्माण रिसर्च डिजाइन्स एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) की ओर से मंजूरी किए गए नए परिवर्तित डिजाइन के आधार पर होगा।
नए डिजाइन के अनुसार यह ट्रेनें पहले के मुकाबले वजन में हल्की होंगी और इनमें बिजली की खपत कम होगी। अभी ट्रेन-18 के दो सेट सेट दिल्ली-वाराणसी और दिल्ली-कटरा के बीच चल रहे हैं जिनके डिजाइन को लेकर अकसर विवाद रहता है। पहली ट्रेन-18 या वंदे भारत एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल 15 फरवरी को नई दिल्ली से अपने संसदीय क्षेत्र उत्तर प्रदेश के वाराणसी के लिए रवाना किया था। दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस को 5 अक्टूबर को दिल्ली से कटरा के बीच चलाया गया था।
चमचमाती ट्रेन-18 में यात्रियों को कई प्रकार की विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलती हैं जिनमें हाई-स्पीड ऑन बोर्ड वाई-फाई, जीपीएस आधारित पैसेंजर इंफोर्मेशन सिस्टम, टच फ्री बायो वैक्यूम टॉयलेट्स, एलईडी लाइट्स, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट्स और क्लाइमेट कंट्रोल सिस्टम जो तापमान को अपने आप एडजस्ट कर देता है। ट्रेन-18 में कुल 16 कंपार्टमेंट हैं जिसमें दो एक्जीक्यूटिव कंपार्टमेंट होते हैं जिनमें 52 सीटें होती हैं। अन्य कोच में प्रत्येक में 78 सीटें होती हैं। एक्जीक्यूटिव कोच में घूमने वाली सीटें होती हैं जिनको किसी भी दिशा में घुमाया जा सकता है।