अयोध्या,(जय प्रकाश सिंह)। रंगभरी एकादशी (Rangbhari Ekadashi) से रामनगरी (Ramnagari) में होलिकात्सव (Holi Festival) का आगाज हो गया । आराध्य को अबीर-गुलाल लगा (Abir-Gulal)कर संतों ने लोक कल्याण (Public Welfare) की कामना की। हनुमानगढ़ी परिसर में संत-महंत व श्रद्धालुओं ने जमकर होली खेली। अबीर व गुलाल से पूरा परिवेश रंगीन नजर आया।
रामनगरी में पुरातन काल से रंगभरी एकादशी पर होली खेलने की परम्परा रही है। रंगभरी एकादशी पर रामनगरी में श्रद्धा, भक्ति के साथ होलिकोत्सव का मिश्रित संगम नजर आया। इससे पूर्व संतों ने हनुमान जी के निशान की पूजा की। संतो द्वारा होली खेलते हुए हनुमान जी के निशान को साथ में लेकर अयोध्या की पंचकोसी परिक्रमा की गयी।
पम्परागत जलूस के दौरान अयोध्या की सड़क पर रंग-गुलाल नजर आया। हनुमानगढ़ी के नागा साधु हनुमान जी के साथ मठ मंदिरों में होली का निमंत्रण दे रहे हैं। रामनगरी के मंदिरों में विराजमान विग्रह की भोग आरती के बाद गुलाल लगाया गया। संतो ने होली खेलते हुए रामनगरी की पंचकोसी परिक्रमा किया। भक्तों को प्रसाद के रुप में गुलाल लगाया गया। इस दौरान सुरक्षा के व्यापक प्रबन्ध किए गये थे।