केंद्र व उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकारों ने खेल पर विशेष ध्यान दिया। इसके दृष्टिगत योजनाएं व अभियान संचालित किए गए। इनके सार्थक परिणाम दिखाई दे रहे है। टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा। नरेंद्र मोदी व योगी आदित्यनाथ स्वयं खेलों को बढ़ावा व बच्चों युवाओं को सुविधा उपलब्ध कराने पर ध्यान देते है। खेलो इंडिया और फिट इंडिया नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था। स्वास्थ्य व खेलों के प्रति बच्चों युवकों को जागरूक किया जा रहा है। सुविधाओं व संसाधनों का विकास हो रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा राज्य,राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय और वृद्ध विपन्न खिलाड़ियों को वित्तीय सहायता दी जा रही है। मेरठ में मेजर ध्यानचन्द स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय की स्थापना का निर्णय लिया गया है। योगी आदित्यनाथ ने अखिल भारतीय केडी सिंह बाबू मेमोरियल सब जूनियर प्राइज मनी हॉकी प्रतियोगिता के समापन समारोह में खिलाड़ियों को पुरष्कृत व प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सभी जनपदों में स्टेडियम व मिनी स्टेडियम निर्मित कराए जा रहे हैं। प्रदेश में अब तक छिहत्तर स्टेडियम,अड़सठ बहुउद्देश्यीय हॉल,उनतालीस तरण ताल,तेरह सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम,दो सिंथेटिक रनिंग ट्रैक,दो अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम,ग्यारह सिंथेटिक टेनिस कोर्ट,दो जूडो हॉल,ग्यारह कुश्ती हॉल,छह शूटिंग रेंज,दो इनडोर वॉलीबॉल हॉल, ग्यारह वेट लिफ्टिंग हॉल,सोलह सिंथेटिक बास्केट बॉल कोर्ट,छत्तीस अत्याधुनिक जिम उपकरण,अठारह छात्रावास भवन,उन्नीस डॉरमेट्री का निर्माण कराया जा चुका है।
प्रदेश में तीन स्पोर्ट्स कॉलेज लखनऊ, गोरखपुर एवं सैफई में संचालित करते हुए नवोदित खिलाड़ियों को खेल का बेहतर वातावरण एवं अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार वर्तमान में अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भागीदार बनने वाले सभी खिलाड़ियों के प्रोत्साहन हेतु ओलम्पिक में एकल वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने पर छह करोड़ रुपए,रजत पदक पर चार करोड़ रुपए तथा कांस्य पदक पर दो करोड़ रुपए का पुरस्कार प्रदान कर रही है।
टीम गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने पर तीन करोड़ रुपए,रजत पदक पर दो करोड़ रुपए तथा कांस्य पदक पर एक करोड़ रुपए के पुरस्कार की व्यवस्था है। राज्य सरकार द्वारा अर्जुन पुरस्कार,द्रोणाचार्य पुरस्कार,ध्यानचन्द पुरस्कार,खेलरत्न पुरस्कार व खेल के क्षेत्र में पद्मश्री व पद्मभूषण से सम्मानित खिलाड़ियों को बीस रुपए प्रतिमाह की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। वृद्ध, अशक्त एवं विपदाग्रस्त राज्य स्तर के खिलाड़ियों को चार रुपए,राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को छह रुपए तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को दस रुपए प्रतिमाह की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
लक्ष्मीबाई पुरस्कार के रूप में तीन लाख ग्यारह हजार रुपए प्रदान किये जाते है। ओलम्पिक खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहन स्वरूप दस लाख रुपए की धनराशि प्रदान कर रही है। राज्य सरकार द्वारा एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने पर तीन करोड़ रुपए,रजत पदक पर डेढ़ करोड़ रुपए तथा कांस्य पदक पर पचहत्तर लाख रुपए की धनराशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जा रही है। कॉमनवेल्थ गेम्स एवं विश्वकप में स्वर्ण पदक जीतने पर डेढ़ करोड़ रुपए,रजत पदक पर पचहत्तर लाख रुपए तथा कांस्य पदक पर पचास लाख रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है। इन खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहन स्वरूप पांच लाख रुपए की धनराशि प्रदान किए जाने की व्यवस्था है।